Ronit Roy Exclusive: 'मैं काला जादू पर विश्वास करता हूं, बहुत लोग इसका दुरुपयोग करते हैं..'

Ronit Roy Exclusive With NDTV: रोनित रॉय ने फिल्म मां में अपने किरदार को लेकर कहा कि मुझे इंडस्ट्री में 33 साल हो चुके हैं. अब मुझे इतना अच्छा काम तो आना ही चाहिए. जो भी किरदार मुझे दिया जाए, उससे अच्छे से निभा पाऊं.

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Ronit Roy Exclusive With NDTV

Ronit Roy Exclusive With NDTV: बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल (Kajol) की फिल्म मां (Maa) बीते दिनों सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कलेक्शन कर रही है. ऐसा पहली बार हुआ है कि जब काजोल किसी हॉरर फिल्म में नजर आई हैं. फिल्म में काजोल के अलावा एक्टर रोनित रॉय (Ronit Roy) भी अहम किरदार में दिखे हैं. फिल्म में रोनित रॉय ने रक्तबीज का किरदार निभाया है. इस मौके पर रोनित रॉय ने NDTV से बात की और अपने एक्सपीरियंस शेयर किए.

बॉलीवुड में हुए 33 साल

रोनित रॉय ने फिल्म मां में अपने किरदार को लेकर कहा कि मुझे इंडस्ट्री में 33 साल हो चुके हैं. अब मुझे इतना अच्छा काम तो आना ही चाहिए. जो भी किरदार मुझे दिया जाए, उससे अच्छे से निभा पाऊं. रोनित रॉय ने आगे कहा कि यह मेरी पहली हॉरर फिल्म है. मैं जो भी किरदार करता हूं, वह मेरी खुद की पर्सनल चॉइस होती है. मैं पुराने जमाने का इंसान हूं. मैं अपने डायरेक्टर और राइटर पर पूरा विश्वास करता हूं. मैंने इससे पहले भी कई फिल्मों में नेगेटिव किरदार निभाया है. मैं वही किरदार निभाता हूं, जो मुझे लगता है कि वह करना मुश्किल होता है. मैं अब उस स्तर पर पहुंच चुका हूं, जहां ऑडियंस मेरे से कुछ उम्मीद करती है. ऑडियंस सोचती है कि अगर रोनित फिल्म में है तो कुछ तो अच्छा ही करेगा. इसलिए मेरी कोशिश रहती है कुछ हटके करूं.

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'ऑडियंस को अच्छा लगा'

रोनित ने आगे कहा कि फिल्म में मेरा किरदार ऑडियंस को काफी पसंद आ रहा है. लोग उसके पॉजिटिव रिव्यूज दे रहे हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनको फिल्म पसंद नहीं आती. क्योंकि उनका टेस्ट अलग रहता है. लेकिन ज्यादातर लोगों को फिल्म पसंद आ रही है. इस फिल्म में जो मां काली और रक्तबीज के बीच में जो लड़ाई दिखाई है. वह पसंद आ रही है. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा कलेक्शन कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि फिल्म में जो रक्तबीज का भयानक रूप दिखाया है. उसके लिए मेरा तीन-चार घंटे मेकओवर होता था. एक-दो घंटा मेकओवर हटाने में लगता था. फिल्म की शूटिंग वेस्ट बंगाल में शांति निकेतन नाम की एक जगह है, उसके पास में हुई है. फिल्म में जो हवेली दिखाई गई है. वो वहीं की है. जो जंगल दिखाया है, उसका सेट बना था और बीएफएस भी प्रयोग हुआ है.

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क्या होता है काला जादू ?

रोनित रॉय ने आगे कहा कि अगर मैं काला जादू की बात करूं तो वह हर जगह होता है. अगर आप गायत्री मंत्र कहते हैं और आपको लगता है कि उसमें पावर है तो अगर मंत्र में पावर है तो तंत्र में भी पावर है. पावर का दुरुपयोग भी किया जाता है. मैं इन सब चीजों पर विश्वास करता हूं. जैसे छोटी-छोटी सी चीजों पर नजर लगना. कुछ लोग हैं, जिन्होंने सिद्धि ली होती है, वो लोग करते हैं. कई ऐसे भी लोग होते हैं जो काला जादू का दुरुपयोग करते हैं. मेरा मानना है यह सब होता है. तांत्रिक विद्याएं हर जगह हैं.

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