अशोकनगर की कृतिका कैसे बनी सीरीज Bambai meri jaan की एक्ट्रेस, एनडीटीवी को बताया

महिलाओं को जितनी छूट मिलनी चाहिए उतनी तो नहीं मिली है पर पहले से चीज़ें बेहतर हुई है. जब महिलाओं को छूट मिलती है तो पूरे समाज को फायदा होता है. सीरीज में मेरा जो किरदार है बहुत ही नेगेटिव है इसलिए मैं किसी को मेरे किरदार से इंस्पायर होने के लिए नहीं कहती.

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कृतिका कामरा की वेब सीरीज मुंबई मेरी जान दर्शकों के बीच आ चुकी है, यह सीरीज 1970 के दशक में मुंबई में बढ़ते माफिया राज पर बनी है. जबसे सीरीज का ट्रेलर लॉन्च हुआ है तबसे यह सीरीज चर्चा में बनी हुई है. सीरीज की एक्ट्रेस कृतिका कामरा ने एनडीटीवी से बात की और अपने एक्सपीरियंस को शेयर किया.

आपने एक इंटरव्यू में कहा था कि सीरीज में हबीबा का किरदार एक आत्मविश्वासी महिला का किरदार है, क्या आपको लगता है कि हमारे समाज में महिलाओं को इतनी छूट दी जा रही है, जिसकी वह हकदार हैं ?

महिलाओं को जितनी छूट मिलनी चाहिए उतनी तो नहीं मिली है पर पहले से चीज़ें बेहतर हुई हैं. जब महिलाओं को छूट मिलती है तो पूरे समाज को फायदा होता है. सीरीज में मेरा जो किरदार है बहुत ही नेगेटिव है इसलिए मैं किसी को मेरे किरदार से इंस्पायर होने के लिए नहीं कहती.

सीरीज में काफी गाली गलौज हैं, आपने कैरेक्टर की कैसे तैयारी की ?

इस सीरीज के लिए मैंने लंबा वर्कशॉप किया. मुंबई का लैंग्वेज पकड़ना मेरे लिए बहुत कठिन था. जैसा कि सब जानते हैं कि मैं अशोकनगर ( मध्य प्रदेश ) की रहने वाली हूं, मेरे बोलने का तरीका बिलकुल अलग है. सीरीज मैं मेरी कास्टिंग काफी समय बाद हुई थी इसलिए मुझे मेरे कैरेक्टर पर बहुत वर्कआउट करना पड़ा और  मैंने अपना बेस्ट दिया.

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एक्टिंग में आने के लिए आपने बीच में पढ़ाई छोड़ दी थी क्या यह सच है ?

हां यह सच है मैनें एक्टिंग में आने के लिए पढ़ाई छोड़ दी थी. मैनें अभी भी अपनी डिग्री पूरी नहीं की है. मैं करेंट अफेयर्स और दूसरी चीजें बहुत पढती हूं. मुझे कॉलेज जाने का मौका ही नहीं मिल पाया क्योंकि मुझे बैक टू बैक सीरियल्स मिलने लगे और मुझे एक्टिंग से प्यार हो गया.

आपने के.के मेनन जैसे सीनियर एक्टर के साथ काम किया है, कैसा एक्सपीरियंस रहा आपका?

के.के मेनन मेरे ही नहीं सारे एक्टर्स के फेवरेट हैं. मुझे उनकी कई फिल्में पसंद आईं हैं.जैसे- हजारों ख्वाइशें ऐसी, उनकी और भी फिल्में हैं जिनको मैं अक्सर देखा करती हूं. उनमें जो अनुशासन है और वो जो तैयारी के साथ सेट पर आते हैं वह तारीफ ए काबिल है.

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