Online Fraud in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ की सूरजपुर पुलिस ने ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले पुलिस तीन अन्य आरोपियों को पकड़ चुकी है. इन सभी का संबंध उन लोगों से है जो साइबर ठगों को बैंक खाता, एटीएम और पासबुक किराए पर उपलब्ध कराते थे, जिससे फ्रॉड किया जा सके.
मामले की शुरुआत तब हुई जब पुलिस को 16 अप्रैल को म्यूल अकाउंट से जुड़े एक मामले में जांच प्रतिवेदन मिला. जांच के बाद विश्रामपुर थाना में मामला दर्ज किया गया और आगे की कार्रवाई शुरू की गई.
ऐसे पकड़ में आए शातिर
पुलिस ने सबसे पहले चन्द्रदेव पैकरा नामक युवक को पकड़ा, जिसने पूछताछ में बताया कि वह अपने साथियों कमलेश्वर सिंह और रूपन पैंकरा के साथ मिलकर बैंक खाता किराए पर देता था. इन तीनों से पूछताछ के बाद पुलिस को सज्जन कुमार गुप्ता का नाम मिला, जो इनसे खाते लेकर ऊपर के व्यक्ति अनिल कुमार को देता था.
ट्रांजेक्शन पर 0.25 प्रतिशत का कमीशन
सज्जन गुप्ता ने बताया कि वह हर सेविंग अकाउंट के लिए 10 हजार और करंट अकाउंट के लिए 25 हजार रुपये नकद देता था. इन खातों का उपयोग साइबर फ्रॉड में किया जाता था. अनिल कुमार इन खातों से लेन-देन कराता था और उसे हर ट्रांजेक्शन पर 0.25 प्रतिशत का कमीशन मिलता था.
कई राज्यों से मिलीं शिकायतें
अब तक की जांच में सामने आया है कि अनिल कुमार के खातों से 5 लाख 25 हजार रुपये और सज्जन गुप्ता के खातों से 6 लाख 3 रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है. इन दोनों के खातों में किए गए ट्रांजेक्शन की शिकायतें तमिलनाडु, तेलंगाना, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में दर्ज की गई हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से बैंक पासबुक, चेकबुक, एटीएम कार्ड और मोबाइल फोन जब्त किए हैं. पुलिस के अनुसार जांच अभी जारी है और जल्द ही इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है.