Sukma News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में तीन अलग-अलग स्थानों से आठ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को चिंतलनार थाना क्षेत्र से छह नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि कोंटा और चिंतागुफा थाना क्षेत्र से एक-एक नक्सली को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई में राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 165वीं और 150वीं बटालियन और कोबरा (सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई- कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) की 201वीं बटालियन और जिला पुलिस की संयुक्त टीमें शामिल थीं. अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी नक्सली पुरुष हैं और उनकी उम्र 20 से 55 वर्ष के बीच है.
क्या-क्या हुआ बरामद?
पुलिस ने बताया कि चिंतलनार से गिरफ्तार किए गए नक्सलियों के पास से डेटोनेटर वायर, पटाखे, डेटोनेटर, कॉर्डेक्स वायर (विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल होने वाला) और माओवादी बैनर बरामद किए गए हैं. बता दें कि 28 अक्टूबर को उग्रवाद प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सुकमा जिले में दो स्थानों से 19 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया.
ऐसे पकड़े गए नक्सली
पुलिस के अनुसार, नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर 29 अक्टूबर को कैम्प बेदरे, सीआरपीएफ 165वीं वाहिनी एवं कैम्प टेकलगुड़ा से कोबरा 201 वाहिनी और कैम्प टेकलगुड़ा से सीआरपीएफ 150 वाहिनी की संयुक्त पार्टी सुरपनगुड़ा के जंगल पहाड़ियों में गस्त सर्चिंग के लिए रवाना हुई थी. इस दौरान सुरपनगुड़ा के जंगल में पुलिस पार्टी को देखकर कुछ संदिग्ध व्यक्ति घंने जंगल-झाड़ियों का लाभ उठाकर भागने लगे. सुरक्षाबलों द्वारा दौड़ाते हुए घेराबंदी कर कुल 06 संदिग्ध भोगाम सोमा, माड़वी कोसा, बारसे भीमा, बारसे सोमड़ा, बारसे जोगा और वेट्टी सुक्का को पकड़ा गया. पकड़े गये संदिग्धों की संदेहास्पद हरकतों को देखते हुए उनकी तालाशी ली गई तो उनके पास से 10 नग डेटोनेटर वायर, दो नग लकड़ी का स्पाईक, कोर्डेक्स वायर, 09 नग टाईगर बम, नक्सली बैनर, 4 नग जिलेटीन रॉड, 15 नग टाईगर बम, काला लाल रंग का बिजली का वायर लंबाई करीब 200 मीटर बरामद किया गया.
सरेंडर करने के बाद भी कर रहा नक्सलियों को सप्लाई
साल 2017 में पुलिस के समक्ष सरेंडर कर चुके चिंतागुफा निवासी पोडियाम पंडा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने बताया कि सरेंडर करने के बाद भी पोडियाम पंडा संगठन के बड़े नक्सली नेताओं के संपर्क में था और उनके लिए दैनिक उपयोगी सामग्री की सप्लाई के साथ लेवी वसूली का काम कर रहा था. पोडियाम पंडा कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है. इनमें प्रमुख बुरकापाल नक्सली हमला है. जिसके 25 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे. इधर जिला बल और डीआरजी की संयुक्त टीम ने कोंटा थाना क्षेत्र के गोमपाड़ के जंगल से नक्सली आरोपी मड़कम देवा को अरेस्ट किया है.
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