Chhattisgarh Flood News: छत्तीसगढ़ के सुकमा (Sukma) में मौत और जिंदगी के बीच 15 घंटे तक फंसे एक ग्रामीण को आखिरकार सोमवार दोपहर वायुसेना के चॉपर से सुरक्षित निकाल लिया गया. दरअसल, शबरी नदी पार करते वक्त रविवार देर रात नाव का संतुलन बिगड़ने से वह बीच धार में बह गया था. तेज बहाव के बीच उसने झाड़ियों को पकड़कर खुद को बचा लिया, लेकिन किनारे तक नहीं पहुंच सका.
जानकारी के मुताबिक, ओडिशा के मटेर गांव निवासी 48 वर्षीय हिड़मा सोढ़ी पिता सोमड़ा रविवार रात करीब 9.30 बजे सुकमा के तेलावर्ती से अपने गांव लौट रहा था. इस बीच शबरी नदी को छोटी नाव से पार करने के दौरान हादसा हो गया. नाव डगमगाई और हिड़मा पानी में बह गया. जिससे करीब 100 मीटर दूर झाड़ियों को पकड़कर उसने रातभर किसी तरह अपनी जान बचाई.
सुबह खबर मिली, फिर शुरू हुआ रेस्क्यू
घटना की जानकारी सोमवार सुबह जिला प्रशासन को मिली. इसके बाद नगर सेना और पुलिस ने नाव से ग्रामीण तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन तेज धारा और बीच में खड़े बड़े पत्थरों की वजह से हर प्रयास नाकाम होता रहा. लगातार असफलता के बाद प्रशासन ने वायुसेना से मदद मांगी. इसके बाद सोमवार दोपहर करीब 2 बजे एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर सुकमा पहुंचा और एक घंटे से ज्यादा की मशक्कत के बाद हिड़मा को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. रेस्क्यू अभियान का नेतृत्व कर रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि नदी का बहाव इतना तेज था कि हर पल खतरा बना हुआ था. जवानों ने हर संभव प्रयास किया. आखिरकार एयरफोर्स की मदद से हम ग्रामीण को जिंदा निकालने में सफल रहे.
गांव में जश्न जैसा माहौल
जैसे ही चॉपर से हिड़मा को बाहर निकाला गया, वहां मौजूद सैकड़ों ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. लोगों ने तालियां बजाकर जवानों का उत्साह बढ़ाया. फिलहाल, शबरी नदी उफान पर है. प्रशासन ने लोगों से नदी पार करने से बचने और सतर्क रहने की अपील की है.