छात्रों ने लगाए गंभीर आरोप, तत्काल प्रभाव से निलंबित किए गए छात्रावास अधीक्षक, जानें क्या है पूरा मामला?

Hostel Superintendent Suspended: मामला तखतपुर विकासखण्ड के प्री मेट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास का है, जहां तैनाता छात्रावास अधीक्षक देवेन्द्र पाण्डेय को छात्रावास से लगातार अनुपस्थित रहने और लापरवाही के आरोपों पर जिला कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर

Hostel Superintendent Suspension: बिलासपुर जिले में प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति ब्वॉज हॉस्टल के हॉस्टल अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. अधीक्षक के ऊपर छात्रों ने छात्रावास में मूलभूत समस्याओं को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके मद्देनजर जिला कलेक्टर ने काम में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबन के आदेश जारी कर दिए. 

मामला तखतपुर विकासखण्ड के प्री मेट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास का है, जहां तैनाता छात्रावास अधीक्षक देवेन्द्र पाण्डेय को छात्रावास से लगातार अनुपस्थित रहने और लापरवाही के आरोपों पर जिला कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

लगातार छात्रावास से अनुपस्थित पाए छात्रावास अधीक्षक देवेंद्र पांडेय

रिपोर्ट के मुताबिक तत्काल प्रभाव से निलंबित किए गए छात्रावास अधीक्षक प्रारंभिक रूप से आरोप लगा है कि वो लगातार छात्रावास से अनुपस्थित रहते थे और हास्टल में रहे छात्रों की मूलभूत जरूरतों पर भी ध्यान नहीं देते थे. मामले की शिकायत पर जिला कलेक्टर अवनीश शरण ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर निलंबन के आदेश जारी कर दिए.

हॉस्टल छात्रों का आरोप, छात्रावास में उन्हें नाश्ता तक नहीं मिलता था

गौरतलब है निलंबित छात्रावास अधीक्षक देवेंद्र पांडेय अधिकांश बार संस्था के निरीक्षण के दौरान गायब रहे. छात्रावास के बच्चों के अनुसार उन्हें छात्रावास में नाश्ता नहीं मिलता है. वहीं, अन्य आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध नहीं कराई जाती थी. देवेंद्र पांड़ेय द्वारा काम भी रूचि नहीं दिखाने पर चार्ज देने के आदेश जारी किए गए, लेकिन उन्होंने चार्ज भी नहीं दिया.

सिविल सेवा आचरण नियमों के विपरीत काम करने पर किया गया निलंबन

आरोप है कि निलंबित छात्रावास अधीक्षक देवेंद्र पांडेय ने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कई आदेशों की अवज्ञा की गई. इस सिलसिले में उन्हें कर्तव्यहीनता के लिए जारी नोटिस किया गया, लेकिन उन्होंने उसका भी जवाब नहीं दिया. इसलिए देवेन्द्र पाण्डेय का सिविल सेवा आचरण नियमों के विपरीत काम करने पर निलंबित कर दिया गया. 

Advertisement

ये भी पढ़ें-Papa Vidhayak: अवैध हथियारों के साथ धरा गया पूर्व भाजपा MLA का बेटा, हथियारों से इलाके में फैलाता था दहशत