शिवसेना तीन साल में बनेगी राष्ट्रीय पार्टी, छत्तीसगढ़ में बीजेपी गठबंधन में 20 प्रतिशत सीट की रखेगी मांग

Chhattisgarh News: महाराष्ट्र के भाषा विवाद पर बोलते हुए अभिषेक वर्मा ने कहा कि शिव सेना का इससे कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने राजनीतिक फायदे के लिए इस विवाद को जन्म दिया.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Chhattisgarh News Hindi: छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे शिव सेना के राष्ट्रीय समन्वयक अभिषेक वर्मा ने पार्टी की रणनीति और आने वाले चुनावी समीकरणों को लेकर बड़ा ऐलान किया. वर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी अगले तीन सालों में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने की दिशा में काम करेगी.

उन्होंने साफ किया कि शिव सेना, एनडीए गठबंधन का हिस्सा रहते हुए ही चुनाव लड़ेगी. छत्तीसगढ़ में 2028 के विधानसभा चुनाव को लेकर वर्मा ने ऐलान किया कि शिव सेना राज्य की 20 प्रतिशत सीटों पर दावेदारी पेश करेगी. अभिषेक वर्मा ने बीजेपी और शिव सेना के रिश्तों को बड़े और छोटे भाई जैसा बताते हुए कहा कि दोनों दल हिंदुत्व और सनातन की रक्षा के लिए साथ खड़े हैं. उन्होंने यह भी याद दिलाया कि शिव सेना की नींव बाला साहेब ठाकरे ने रखी थी और उसी सोच के साथ पार्टी आगे बढ़ रही है। उनका कहना था- “गर्व से बोलो, हम हिंदू हैं.”

भाषा विवाद पर उद्दव ठाकरे और राज ठाकरे पर किया हमला

महाराष्ट्र के भाषा विवाद पर बोलते हुए अभिषेक वर्मा ने कहा कि शिव सेना का इससे कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने राजनीतिक फायदे के लिए इस विवाद को जन्म दिया.

वर्मा ने तीखे शब्दों में कहा- “गरीबों को थप्पड़ मारना, कपड़े फाड़ना, यह सब राजनीति नहीं बल्कि गुंडागर्दी है.” उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर हिंदी से इतनी दिक़्क़त है तो बॉलीवुड को बंद करा दें. “अमिताभ बच्चन और सलमान खान के घर जाकर विरोध करें, तब समझ में आएगा, गरीबों को टारगेट करना शर्मनाक है.”

Advertisement

भाषा विवाद बीएमसी चुनावी में ध्रुवीकरण का एजेंडा

अभिषेक वर्मा ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में उठ रहा भाषा विवाद दरअसल आने वाले बीएमसी चुनाव को प्रभावित करने की साजिश है. उन्होंने इसे “घटिया और शर्मनाक तरीका” बताते हुए कहा कि शिव सेना इस तरह की राजनीति के खिलाफ खड़ी है.

ये भी पढ़े: Navratri 2025 Day 1: नवरात्रि के पहले दिन करें मां शैलपुत्री की पूजा, यहां जानें महत्व, विधि और मंत्र से आरती तक

Advertisement
Topics mentioned in this article