Chhattisgarh Liquor Controversy: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित ₹2,563 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी ने प्रदेश की राजनीति में तूफान ला दिया है. जहां एक ओर प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस गिरफ्तारी को एक "संस्थागत लूट की प्रणाली" के खिलाफ बड़ी सफलता बता रही है. वहीं, कांग्रेस ने इसे "राजनीतिक बदले की कार्रवाई" करार दिया है. दूसरी ओर सत्ताधारी बीजेपी ने चेतावनी दी है कि ये तो बस शुरुआत है.
इस मामले को लेकर रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेस को संबोधित करते हुए बेहद आक्रामक रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि मेरे बेटे की गिरफ्तारी कानूनी नहीं, बल्कि राजनीतिक दबाव की साजिश है. ये मुझे तोड़ने की सोची-समझी कोशिश है.
बघेल ने प्रक्रिया पर उठाए सवाल
बघेल ने कहा कि मार्च में ईडी ने हमारे घर पर छापा मारा. उसके सिर्फ 15 दिन बाद, 26 मार्च को सीबीआई ने भी रेड डाली. 10 मार्च से लेकर 18 जुलाई यानी मेरे बेटे के जन्मदिन तक उसे न कोई नोटिस दिया गया, न पूछताछ हुई और अचानक उसे गिरफ़्तार कर लिया गया? ये कौन सा कानून है? बघेल ने आगे कहा कि पूरी शिकायत एक आदमी पप्पू बंसल की गवाही पर टिकी है. उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट है, फिर भी वो खुलेआम ईडी और सीबीआई दफ्तरों में घूम रहा है. कार्रवाई किस पर हो रही है? मेरे बेटे पर. क्या यह न्याय है?"
बघेल ने बेटे को बताया निर्दोष
भूपेश बघेल ने पत्रकारों को खुलेआम न्योता देते हुए कहा कि मेरे बेटे के जिस प्रोजेक्ट की बात हो रही है, उसमें ₹1300 करोड़ लगे हैं. वो प्रोजेक्ट यहां से अधिक दूर नहीं है, मैं आप सभी पत्रकार साथियों को वहां चाय पर आमंत्रित करता हूं. आप आएं और स्वयं देख लें, वहां कितने पैसे लगे हैं.
बेटे को खुद से ज्यादा बताया स्ट्रांग
इस पूरे घटनाक्रम में उन्होंने बेहद भावुक लहजे में कहा कि परिवार का सदस्य किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे कमजोर कड़ी होता है. उन्हें पता है कि भूपेश बघेल कई बार जेल जा चुका है. वह नहीं डरेगा, इसलिए मेरे बेटे को डराया जा रहा है, लेकिन मेरा बेटा मुझसे अधिक स्ट्रांग है.
सीएम साय कार्रवाई जारी रखने की कही बात
दूसरी ओर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भूपेश बघेल के बयानों को पूरी तरह नकारते हुए कहा कि ईडी की कार्रवाई जारी है. कई लोग जेल में हैं, कुछ जमानत पर जेल से बाहर आ गए हैं. अभी आगे-आगे देखते जाइए किस-किसका नंबर आता है. साय ने कांग्रेस की ओर से गिरफ्तारी के विरोध में 'आर्थिक नाकेबंदी' जैसे आंदोलनों को जनता के खिलाफ साजिश बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का काम ही है, जनता को परेशान करना. जब पांच साल सत्ता में थे, तो एक भी वादा पूरा नहीं किया. अब सड़क जाम कर लोगों की मुश्किलें बढ़ाना चाहते हैं.
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ईडी की कार्रवाई को बताया निष्पक्ष
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ईडी की जांच पूरी तरह कानून सम्मत, डेटा-आधारित और निष्पक्ष है. उन्होंने कहा कि ईडी एक केंद्रीय प्रतिष्ठित जांच एजेंसी है, जो किसी के कहने पर नहीं, तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करती है. इसे राजनीति का रंग देना केवल दोषियों की घबराहट दिखाता है.
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