Chhattisgarh News in Hindi: आजादी के 77 साल बाद भी राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों में शामिल विशेष पिछड़ी जनजाति पंडो जनजाति (Pando Tribe) बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रही है... छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ (Manendragarh) जिले के नवाडीह गांव में रहने वाले 50 से अधिक पंडो परिवार अब तक सड़क और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. गांव में न तो पक्की सड़क है और न ही पीने के पानी की उचित व्यवस्था है. गांव में सड़क न होने के कारण मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए खाट का सहारा लेना पड़ता है.
ग्रामीणों ने बताई अपनी परेशानी
नवाडीह गांव में हाल ही में एक मरीज को खाट पर उठाकर एम्बुलेंस तक ले जाने की तस्वीरें भी सामने आई थीं. ग्रामीणों का कहना है कि यहां न तो कभी कोई अधिकारी आता है और न ही जनप्रतिनिधि, जिससे उनकी समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं. बरसात के दिनों में इस गांव के लोगों को और भी अधिक परेशानी होती है. स्थानीय निवासी रूपलाल पंडो बताते हैं, बरसात के मौसम में स्थिति और बदतर हो जाती है. कीचड़ में खाट पर मरीज को उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ता है. उन्होंने कहा, 'मैं पिछले 55 साल से यहां रह रहा हूं, लेकिन अब तक सड़क नहीं बनी. पीने के पानी के लिए कुएं पर निर्भर रहना पड़ता है.' आज तक कोई नेता, विधायक या अधिकारी हमारी परेशानी पूछने तक नहीं आया.
पानी और सड़क की है गंभीर समस्या
गांव की निवासी सुंदरी पंडो कहती हैं, 'पानी लाने के लिए खेतों तक जाना पड़ता है. सड़क न होने से एम्बुलेंस गांव तक नहीं आ सकती है. मरीज को खाट या कंधे पर उठाकर अस्पताल ले जाना मजबूरी है. आज तक किसी ने हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया.'
ये भी पढ़ें :- छत्तीसगढ़ को 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का मिला निवेश प्रस्ताव, इन्वेस्टर्स से क्या बोले सीएम साय?
सड़क निर्माण का सर्वे है जारी
गांव की इन समस्याओं को लेकर एम.आर. सिंह, कार्यपालन अभियंता ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत सरभोका से नवाडीह तक 4.3 किलोमीटर लंबी सड़क प्रस्तावित है. सड़क निर्माण के लिए सर्वे प्रक्रिया जारी है और जल्द ही इसे पूरा कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.
ये भी पढ़ें :- CG Naxal Attack: सुकमा के पुलिस कैंप पर नक्सलियों ने की फायरिंग, CRPF के 2 कमांडो घायल