राजिम कुंभ 2024: रक्तवीर अभियान से बना वर्ल्ड रिकॉर्ड, इतने लोगों ने कराया ब्लड टेस्ट

राष्ट्रपति से सम्मानित डॉ प्रियंका बिस्सा व्यास ने बताया कि ब्लड प्रेशर, शुगर व बीएमआई के नियंत्रण से व्यक्ति निरोग रहता है. इस अभियान में लोगो में जागरूकता लाने के लिए पूरे मेला में घूम-घूम कर जांच की गयी जो सबसे चुनौतीपूर्ण रहा. इस अभियान में 195 से ज्यादा वॉलेंटियर्स व सहयोगियों का योगदान रहा.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में आयोजित हुए राजिम कुंभ कल्प 2024 में कीर्तिमान बन गया है. यहां डॉक्टर प्रियंका बिस्सा व्यास की टीम, नेहरू युवा केंद्र (Nehru Yuva Kendra), सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मगरलोड (Community Health Center Magarlod) एवं छत्तीसगढ़ नर्सिंग कॉलेज (Chhattisgarh Nursing College) के सहयोगियों द्वारा बड़े स्तर पर निःशुल्क रक्त परीक्षण शिविर (Free Blood Testing Camp) “रक्तवीर” स्वास्थ्य शिक्षा एवं जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया. “रक्तवीर” अभियान ने विराट संत समागम में महज पांच दिनों में 23 हजार 180 लोगों का ब्लड टेस्ट कार्ड (Blood Test Card) उपलब्ध कराकर नया विश्व रिकॉर्ड (World Record) दर्ज किया गया.

Rajim Kunbh 2024: ब्लड टेस्ट कैंप के दौरान वहां मौजूद सहयोगी

कौन-कौन से टेस्ट किए गए?

इस ब्लड टेस्ट कार्ड में लंबाई, वजन, ब्लड प्रेशर (BP), शुगर, ब्लड ग्रुप , हीमोग्लोबिन, सिकलिंग एवं एचआईवी (HIV) की निःशुल्क जांच की गई. गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) के प्रतिनिधि सोनल शर्मा ने विधिवत पूरी जांच के बाद विश्व रिकॉर्ड की घोषणा की. इस दौरान मुख्यमंत्री की पत्नी कौशल्या देवी (Wife of Chief Minister Vishnu Deo Sai), धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agrawal) एवं गरियाबंद विधायक (MLA Gariyaband) रोहित साहू द्वारा परीक्षणार्थियों को सम्मानित किया गया.

स्वास्थ्य विभाग मगरलोड की बीएमओ (BMO) डॉ शारदा ठाकुर ने बताया कि परीक्षण कराने वालों में 65 प्रतिशत लोगों को बीपी, शुगर की भी जानकारी नहीं थी लेकिन रक्तवीर अभियान से स्वास्थ्य जानकारी लाखों लोगों तक पहुंची.

Rajim Kunbh 2024: ब्लड टेस्ट कैंप के दौरान मौजूद साधु-संत

राष्ट्रपति से सम्मानित डॉ प्रियंका बिस्सा व्यास ने बताया कि ब्लड प्रेशर, शुगर व बीएमआई के नियंत्रण से व्यक्ति निरोग रहता है. इस अभियान में लोगो में जागरूकता लाने के लिए पूरे मेला में घूम-घूम कर जांच की गयी जो सबसे चुनौतीपूर्ण रहा. इस अभियान में 195 से ज्यादा वॉलेंटियर्स व सहयोगियों का योगदान रहा.

इसके पहले की बात करें तो 2018 में इस अभियान का पहला ब्लड टेस्ट कार्ड बना था. उस दौरान 11 हजार 551 लोगों की रक्त जांच कर उन्हें कार्ड उपलब्ध कराया गया था. इस अभियान की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रशंसा हुई है. राजिम कुंभ 2024 में इटली, फ्रांस से आए लोगों ने भी इस अभियान में अपना परीक्षण कराया है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: Chhattisgarh News: दो नेताओं की हत्या के बाद BJP पदाधिकारियों ने अमित शाह से मांगी Z श्रेणी सुरक्षा