Former Deputy CM TS Singhdev: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से अंगदान को लेकर बड़ी खबर है. पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव और उनके भतीजे आदित्येश्वर शरण सिंहदेव ने गुरुवार को सामाजिक दायित्व को ध्यान रखते हुए अपना अंगदान किया. रेडक्रॉस सोसायटी के आजीवन सदस्य आर्यन सिन्हा के माध्यम से उन्होंने अंगदान किया है.इस दौरान अंगदान का प्रमाण पत्र लेते हुए भी तस्वीर में टीएस सिंह देव दिख रहे हैं. अंगदान को लेकर अपना मकसद समझाते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अंगदान समाज के प्रति आवश्यक जवाबदेही है.
अंगदान को लेकर कही ये बात
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री रहते उन्होंने पाया था कि छत्तीसगढ़ में अंगदान एवं उनकी उपलब्धता से संबंधित संस्थान रोटा और सोटा मौजूद नहीं थी. इससे छत्तीसगढ़ में लिवर, किडनी जैसे अंगों के जरूरतमंद मरीजों के लिये बड़ी समस्या थी. अपने कार्यकाल में उन्होंने न केवल इन संस्थाओं को छत्तीसगढ़ में सक्रिय किया.साथ ही साथ छत्तीसगढ़ में टिश्यू बैंक की भी स्थापना की.
इन परिस्थितियों में किया जा सकता है अंगदान
अंगदान के अन्तर्गत किसी व्यक्ति का ब्रेन डेड हो जाने पर मेडिकल बोर्ड द्वारा ऐसा प्रमाणित किये जाने पर उस व्यक्ति का लिवर, किडनी, हृदय, फेफडा, अंतड़ियां, पैंक्रियाज आदि को विशेष सर्जरी दल के द्वारा सर्जरी कर प्राप्त किया जाता है. इसके अतिरिक्त हड्डियों, आंखों के कोर्निया, हृदय वेसल्स, रक्त वेसल्स आदि उत्तकों को प्राप्त किया जा सकता है.हालांकि बेनडेड के अतिरिक्त अन्य सामान्य मृत्यु की स्थिति में मृत्यु के 6 घंटे के भीतर आंखों के कोर्निया और विभिन्न उत्तकों को ही प्राप्त किया जा सकता है. अंगदान के महत्व को इस बात से समझा जा सकता है कि एक आंख की कोर्निया उत्तक से 2 लोगों को नेत्र ज्योति प्राप्त हो सकती है.
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इनके अंगदान हो चुके हैं प्राप्त
पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव और आदित्येश्वर शरण सिंहदेव का अंगदान प्रतिज्ञा प्राप्त करने वाले आर्यन सिन्हा अब तक 5000 लोगों से अंगदान की प्रतिज्ञा प्राप्त कर चुके हैं. रेडक्रास सोसायटी के आजीवन सदस्य आर्यन सिन्हा विगत 3 वर्ष से रक्तदान महादान-अंगदान महादान कार्यक्रम चला रहे है. इस क्षेत्र में कार्य करने के मामले में वे पूरे देश में वे सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं. अब तक उनसे प्रतिज्ञा प्राप्त 10 व्यक्तियों अंगदान भी प्राप्त हो चुके हैं. इस माह ही अंगदान के ऊपर राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व भी किया था.
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