सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग NMDC कर्मचारी ने की आत्महत्या, पढ़ें सुसाइड नोट में क्‍या-क्‍या ल‍िखा? 

Dantewada News: छत्तीसगढ़ के Kirandul Project में कार्यरत NMDC कर्मचारी ने Moneylenders Harassment से तंग आकर Suicide कर लिया. Kirandul Police ने सुसाइड नोट बरामद कर दोनों Accused Moneylenders को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

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NMDC Employee Suicide in Dantewada Chattisgarh: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में स्थित NMDC की किरंदुल परियोजना में कार्यरत कर्मचारी गनेश्वर राव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. फंदे पर लटकता शव देखकर परिजन हतप्रभ रह गए. पत्नी और बच्चों की चीख-पुकार सुनकर मोहल्ले के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत किरंदुल पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को फंदे से उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

इस दौरान पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें मृतक ने अपनी मौत का जिम्मेदार दो लोगों बचेली निवासी चंन्दर सेठ और किरंदुल निवासी राजकुमार साव को ठहराया है. गनेश्वर राव ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसने इन दोनों से ब्याज पर पैसा लिया था, लेकिन चुका नहीं पा रहा था. दोनों आए दिन उसकी पत्नी और बच्चों के सामने धमकी देते थे. लगातार प्रताड़ना से तंग आकर उसने यह कदम उठाया.

पैसा चुका देने के बाद भी होता रहा तगादा

पुलिस को मिले सुसाइड नोट में लिखा है, “पैसा जो भी लिया था, वह वापस कर चुका था. इसके बाद भी राजकुमार और चन्दर सेठ तगादा करने आते थे. परिवार के सामने जलील होना पड़ रहा था. ब्याजखोरों की इस प्रताड़ना ने जीना मुश्किल कर दिया था. आखिरकार पैसा लौटाने के बाद भी ब्याज खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था.”

दोनों सूदखोर गिरफ्तार

किरंदुल पुलिस ने पूरे मामले की गहराई से पड़ताल की. जांच में जो तथ्य सामने आए, वे दोनों आरोपियों के खिलाफ थे. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे 10 प्रतिशत ब्याज वसूलते थे. हालांकि, दोनों के बयानों में विरोधाभास पाया गया. एक ने कहा कि मृतक ने दो लाख रुपए लिए थे, जबकि दूसरे ने दावा किया कि रकम चार लाख रुपए थी. किरंदुल पुलिस ने राजकुमार साव और चन्दर सेठ को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया.

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