नक्सल में दो फाड़! नक्सली कमांडर सोनू के हथियार डालने का दो और संगठन ने किया समर्थन

नक्सल संगठनों में दरार पड़ती दिख रही है, जिसका मुख्य कारण है सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई. हाल ही में नक्सल संगठन के केंद्रीय प्रवक्ता अभय उर्फ सोनू ने युद्ध विराम की मांग की थी.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Naxal Surrender Letter in Kanker Bastar: नक्सल विरोधी अभियान के बाद नक्सल संगठनों में दहशत का माहौल दिख रहा है. पिछले एक साल में कई बड़े नक्सली मारे गए हैं. लगातार नक्सलियों के एनकाउंटर से बस्तर में अब नक्सली संगठन अंदरूनी खींचतान से भी जूझ रहे हैं. हाल का मामला देखें तो नक्सल संगठन के केंद्रीय प्रवक्ता अभय उर्फ सोनू ने एक पत्र जारी कर युद्ध विराम यानी हथियार छोड़ने के संकेत दिए थे, जिसके समर्थन में अब नक्सलियों के उत्तर बस्तर डिविजन से आवाज उठी है.

उत्तर बस्तर डिविजन के सचिव सुखदेव कोड़ों उर्फ राजमन ने प्रेस नोट जारी कर मौजूदा हालात को देखते हुए युद्ध विराम को सही बताया है. बता दें कि सोनू उर्फ अभय ने 15 सितंबर को प्रेस नोट जारी कर सरकार से युद्ध विराम की मांग की थी. वहीं, युद्ध विराम का नक्सलियों की तेलंगाना स्टेट कमेटी ने विरोध किया है.

अब देखा जाए नक्सल संगठनों में सुरक्षाबलों की दहशत चरम पर है. इससे लग रहा है नक्सल में दो फाड़ हो गए हैं. वहीं, संगठन के अन्य शीर्ष कैडर अभय और विकल्प ने सोनू के फैसले का विरोध किया और नया पत्र जारी किया है.

छत्तीसगढ़ पहुंचे अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को छत्तीसगढ़ पहुंच गए हैं, वह बस्तर का भी दौरा करेंगे. गृह मंत्री ने ही मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त करने का फैसला लिया है. इसी को देखते हुए सुरक्षाबल लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. कई एनकाउंटर में बड़ी संख्या में नक्सली मारे जा चुके हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें- बीजापुर में 5 लाख का इनामी नक्सली आयतु पोड़ियाम ढेर, सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी