खूंखार नक्सली रूपेश मंडावी ने किया सरेंडर, पांच लाख के इनामी का ऐसा रहा इतिहास

Naxalite Surrender: छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली रूपेश मंडावी उर्फ सुखदेव ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. वह माओवादियों की विचारधारा से निराश हो गया था और राज्य सरकार की नई आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित हुआ है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
नक्सली रूपेश मंडावी ने किया सरेंडर

Naxalite Surrenders in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में मंगलवार को पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में रूपेश मंडावी उर्फ सुखदेव (34) ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.

उन्होंने बताया कि नक्सली ने माओवादियों की ‘खोखली' और ‘अमानवीय' विचारधारा तथा नक्सली संगठन के भीतर बढ़ते मतभेदों से निराश होकर तथा राज्य सरकार की नई आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है.

कौन है सुखदेव? 

अधिकारियों ने बताया कि सुखदेव प्रतिबंधित माओवादी संगठन के राजनांदगांव-कांकेर बॉर्डर (आरकेबी) डिवीजन के तहत कोतरी एरिया कमेटी सदस्य (एसीएम) के साथ-साथ स्थानीय संगठन दस्ते (एलओएस) के डिप्टी कमांडर के रूप में सक्रिय था. उसके सिर पर पांच लाख रुपये का इनाम है.

उन्होंने बताया कि वह 2012 में नक्सली संगठन में शामिल हुआ था. रूपेश मंडावी उर्फ सुखदेव उम्र 34 वर्ष ग्राम में मुंजाल कोपाटोला थाना मंदनवाड़ा जिला एमएमएसी, कोतरी एरिया कमेटी सदस्य/एलओएस डिप्टी कमाण्डर है. वह जिला मोहला नानपुर अं०चौकी के थाना मदनवाड़ा, सीतागांव, आंधी, मानपुर एवं जिला कांकेर के थाना गोंडातुर,पखांजुर तथा जिला नरायणपुर के माड़ क्षेत्र विजय रेड्डी आरकेबी डिवीजन कमेटी सचिव एवं डीके एसजेडसी सदस्य के साथ सक्रिय था. 

Advertisement

नक्सली का होगा पुनर्वास 

अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली को 50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की गई है और सरकार की नीति के अनुसार उसका पुनर्वास किया जाएगा. 

ये भी पढ़े: सिंगल हैंडेड सिक्स और चौके पर चौके... 11 गेंद में पलटा मैच, ऐसे MS धोनी-दूबे ने तोड़ा CSK की हार का चक्रव्यूह

Advertisement