Naxalites In Chhattisgarh: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तेलंगाना राज्य में आतंकवादी मामलों में नक्सली संगठन के 21 कार्यकर्ताओं के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. इन पर छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के बॉर्डर पर कर्रेगुट्टा की पहाड़ी को आतंकवादी संगठन के लिए सुरक्षित ठिकाना बनाने का आरोप है.
ये आरोप पत्र हैदराबाद स्थित एनआईए की विशेष अदालत में दायर किए गए, जिसमें 20 गिरफ्तार आरोपियों और एक भगोड़े के खिलाफ विभिन्न धाराओं में आरोप लगाए गए हैं.
इन आरोपों में यूए(पी) अधिनियम, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और बीएनएसएस की धाराएं शामिल हैं. सभी 21 आरोपी माओवादी साजिश में सक्रिय रूप से शामिल पाए गए, जिसे भाकपा (माओवादी) के वरिष्ठ नेताओं ने भारत सरकार के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के माध्यम से युद्ध छेड़ने के लिए रचा था. इस साजिश का उद्देश्य कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों को आतंकवादी संगठन के लिए एक सुरक्षित ठिकाना बनाना था और हिंसक हमलों के माध्यम से समूह की गतिविधियों को बढ़ावा देना था.
एनआईए की जांच में यह भी सामने आया कि इन माओवादी कार्यकर्ताओं का उद्देश्य एक अधिनायकवादी शासन स्थापित करना था, जिससे देश की संप्रभुता और संवैधानिक ढांचे को खतरा पैदा होता.
इस साल मई में तेलंगाना पुलिस ने मुलुगु जिले में तीन अलग-अलग स्थानों पर छापे मारे और कई माओवादी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. उनके पास से स्वचालित असॉल्ट राइफलें, गोला-बारूद, विस्फोटक सामग्री, माओवादी साहित्य और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई.एनआईए अब इस मामले की जांच को अपने हाथ में लेकर नक्सलियों के पुनः सक्रिय होने के प्रयासों को विफल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है.
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