Mobile Conectivity: आजादी के बाद पहली बार 4-G मोबाइल नेटवर्क से जुड़ा इलाका, नक्सल प्रभावित गांव टेकलगुडेम को होली पर मिली बड़ी सौगात

Mobile Conectivity in Naxal Effected Area: सुरक्षाबलों के प्रयास से अब-तक एक वर्ष में अंदरूनी क्षेत्रों में कुल 30 लोकेशनों पर मोबाइल टावर स्थापित कर 4G नेटवर्क की सुविधा का लाभ क्षेत्र के ग्रामीण एवं सुरक्षा बलों के जवान तक पहुंचाया जा चुका है.

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Mobile Conectivity in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) शासन के नियद नेल्ला नार योजना के तहत नक्सल प्रभावित (Naxal Effect)इलाकों को बुनियादी सुविधाएं के साथ 4जी इंटरनेट से भी जोड़ा जा रहा है. इसी कड़ी में सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित गांव टेक लगुडम में सुरक्षाबलों के प्रयासों के बाद अब जाकर मोबाइल टावर स्थापित किया जा सका है. मोबाइल टॉवर लगने से आस-पास के क्षेत्रों के ग्रामीणों में खुशी का माहौल है.

मोबाइल टावर लगने से लोगों के खिले चेहरे

मोबाइल कनेक्टीविटी शुरू होने से टेकलगुड़ेम, तिम्मापुरम, फुलसमपारा, जोनागुड़ा अलीगुड़ा , बोरनगुड़ा व आस-पास के क्षेत्रों सहित कई गांव लाभांवित होंगे, जिससे ग्रामीणों में खुशी का माहौल है. क्षेत्रों में मोबाईल टॉवर लगने से स्कूली छात्रों को ऑनलाईन पढ़ाई करने में भी मदद मिलेगी. साथ ही इंटरनेट के माध्यम से ग्रामीण देश-विदेश की जानकारी से अवगत होते रहेंगे.

अब तक लग चुके हैं 30 टावर

सुरक्षाबलों के प्रयास से अब-तक एक वर्ष में अंदरूनी क्षेत्रों में कुल 30 लोकेशनों पर मोबाइल टावर स्थापित कर 4G नेटवर्क की सुविधा का लाभ क्षेत्र के ग्रामीण एवं सुरक्षा बलों के जवान तक पहुंचाया जा चुका है. मोबाइल टावर लगने से अंदरूनी क्षेत्रों के स्थानीय ग्रामीणों की ओर से सुरक्षा बलों का आभार व्यक्त किया गया.

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पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि जिले के शेष अंदरूनी क्षेत्रों में जियो के नए मोबाइल टावरों की स्थापना का कार्य सुकमा पुलिस की मदद और जिला प्रशासन के सहयोग से तीव्र गति से प्रगति पर है. रोड कनेक्टिविटी के साथ गांवों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचने की दिशा में भी काम जारी है. जल्द ही ये इलाके समाज की मुख्यधारा में जुड़ जाएंगे.

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