बताइए 400 हैंडपंप को सुधारने के लिए केवल एक प्लंबर! कहीं प्यासे ही ना रह जाए MCB जिले के लोग...

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में एमसीबी जिले के बरबसपुर व नागपुर क्षेत्र में ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. पंचायतों में जहां नल जल योजना फेल साबित हुई है वहीं सोलर आधारित जल जीवन मिशन से भी ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है.

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Chhattisgarh News: इस कहर बरपाती गर्मी में पीने के पानी की मांग बढ़ती जा रही है वहीं छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नागपुर, बरबसपुर समेत 20 गांव के 400 हैंडपंप को सुधारने का जिम्मा एक मेकेनिक व एक मजदूर के भरोसे है. बताइए 400 हैंडपंप और सुधारने वाला केवल एक. ऐसे कैसेु चल पाएगा. बताया जा रहा है कि गर्मी के दिनों में एक दिन में 5 से 6 हैंडपंप बंद हो जाते हैं. इन्हें मेकेनिक समय पर सुधार नहीं पाते. ऐसे में हैंडपंप बंद होने से ग्रामीणों को कई-कई दिनों तक पानी के लिए जूझना पड़ता है. इसके अलावा पीएचई विभाग के पास मटेरियल व संसाधन भी पर्याप्त उपलब्ध नहीं हैं.

हैंडपंप से पानी आना ही हो गया है बंद

आपको बता दें कि जिले के पंचायतों में भू-जल स्तर काफी ज्यादा गिर गया है. इस वजह से हैंडपंप से पानी आना बंद हो गया है. नल जल सालों से बंद पड़े हैं. वहीं, सोलर आधारित जल जीवन मिशन योजना से भी पानी नहीं मिल रहा है. गांवों में लगे कोरिया नीर वाटर एटीएम प्रोजेक्ट भी फेल साबित हो गए हैं. ऐसे में प्राइवेट बोर ही लोगों का सहारा बने हुए हैं.

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ग्रामीण पानी की समस्या से रहे हैं जूझ

छत्तीसगढ़ में एमसीबी जिले के बरबसपुर व नागपुर क्षेत्र में ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. पंचायतों में जहां नल जल योजना फेल साबित हुई है वहीं सोलर आधारित जल जीवन मिशन से भी ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पा रहा है. नागपुर में सुबह 6 बजे से ही ग्रामीण पानी के लिए निजी बोर व अन्य व्यवस्था से पानी के लिए जूझते नजर आ रहे हैं.

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हैंडपंप, सोलर पंप बंद, सरकारी कुंए से ला रहे हैं पानी

पीएचई विभाग के अनुसार नागपुर व बरबसपुर से लगे 20 गांवों में गर्मी की शुरुआत में ही 40 हैंडपंप खराब होने के साथ 15 ड्राई हो चुके थे. वहीं, अप्रैल बीतने के साथ 100 से ज्यादा हैंडपंप ने पानी छोड़ दिया है. बरबसपुर बस स्टैंड, स्कूल बाउंड्री के बाहर व बाजार समेत बस्तिपारा मिलाकर 5 हैंडपंप खराब है. लोहारी के मझारीपारा में 250 आबादी में लगे चार हैंडपंप में चारों खराब हैं.  तीन साल पहले लगा सोलर पंप भी बंद पड़ा है. ग्रामीण पानी के लिए सुन्दर साय के घर के पास बने सरकारी कुंआ में आते हैं.

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पीएचई विभाग के अधिकारी ने कहा करवा रहे हैं  हैंडपंप खनन

पीएचई विभाग के ईई ने कहा कि इन गांवों में नए हैंडपंप खनन करवा रहे हैं. उन्होंने कहा नए हैंडपंप व बोर से ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराया जाएगा. जल जीवन मिशन योजना के तहत भी घर-घर पानी पहुंचाने की तैयारी है.

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