Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में 8 नक्सलियों की मौत हुई है. सभी के शव बरामद हो गए हैं. संभावना है कि मुठभेड़ में और भी नक्सिलयों की मौत हुई है या घायल हुए हैं. आस-पास के क्षेत्र में अभी भी तलाशी अभियान जारी है.
बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के तोड़का में शुक्रवार के दिन सुरक्षा बलों को पश्चिम बस्तर डिवीजन में प्रतिबंधित माओवादी संगठन के सशस्त्र माओवादियों की मौजूदगी पर सूचना मिली थी. इसी दिन डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा 202 एवं केरिपु 222 वाहिनी की संयुक्त टीम अभियान (Anti Naxal Operation) के लिए निकल गई.
आधुनिक राइफल और लॉन्चर बरामद
अभियान के दौरान शनिवार सुबह साढ़े 8 बजे सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच रुक-रुक कर कई बार मुठभेड़ हुई, जिसमें आठ नक्सली मारे गए. सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के ठिकानों से INSAS राइफल, BGL Launcher (लॉन्चर) सहित कई हथियार बरामद किए हैं.
31 जनवरी को भीमा माड़वी समेत 10 नक्सलियों ने किया था सरेंडर
बीजापुर जिले में ही शुक्रवार को दस नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिनमें से पांच पर 6 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस ने बताया कि इनमें से अर्जुन मदकम उर्फ अर्जुन गेने (20) प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के आंध्र-ओडिशा सीमा (एओबी) डिवीजन के नियमगिरि क्षेत्र समिति का सदस्य था और उसके सिर पर 2 लाख रुपये का इनाम था. हदमा ताती उर्फ मोरली (38) पालागुडा रिवोल्यूशनरी पार्टी कमेटी (आरपीसी) जनताना सरकार का उपाध्यक्ष था और माओवादियों की सांस्कृतिक शाखा चेतना नाट्य मंडली का प्रमुख था. ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करें...
वहीं, 30 जनवरी को सुकमा जिले में 52 लाख रुपए के 9 इनामी नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर किया. इनमें हिड़मा और देवा की बटालियन के हार्डकोर नक्सल दंपती ने भी हथियार डाल दिए. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में से 6 पर 8-8 लाख रुपए, दो महिला नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपए और एक पर दो लाख रुपए का इनाम घोषित था.