Controversial Comments of PM Narendra Modi: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत (Charan Das Mahant) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को लेकर विवादित टिप्पणी कर राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है. राजनांदगांव (Rajnandgaon) में पूर्व सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की नामांकन रैली में चरण दास महंत के इस बयान ने बीजेपी को बैठे बिठाए एक बड़ा मुद्दा दे दिया है. बीजेपी ने चरण दास महंत के बयान को लपकते हुए 'मैं हूं मोदी का परिवार पहला डंडा मुझे मारो' कैंपेन लांच कर दिया है.
BJP ने विरोध में लांच किया कैंपेन
बता दें कि चरण दास महंत ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी के खिलाफ लाठी पकड़ने वाला आदमी चाहिए, नरेंद्र मोदी का मूड फोड़ने वाला आदमी चाहिए और यह आदमी भूपेश बघेल हो सकते हैं. चरण दास महंत के बयान से छत्तीसगढ़ की राजनीति गर्म हो चुकी है. वहीं इस मौके का फायदा उठाते हुए बीजेपी ने 'मैं हूं मोदी का परिवार पहली लाठी मुझे मारो' नारा दिया है.
BJP ने माफ़ी की मांग की
वहीं इस मामले पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि चरण दास महंत का मूल स्वरूप यही है जो निकलकर सामने आया है. ऐसा वक्तव्य उनका है तो हम सब स्पष्ट कहते हैं मैं हूं मोदी का परिवार पहले लाठी मुझे मारो. ये जो वाक्यांश मैं कह रहा हूं आज ये जन-जन के मन में है. यह जन आंदोलन का स्वरूप आप देखेंगे. इसमें मैं इस बात की निंदा करता हूं. इसके लिए जनता और मोदी जी से माफी मांगनी चाहिए. समूह को हिंसा के लिए उकसाया गया. जब-जब उन्हें इस तरह कहा गया वो बात उनके ऊपर गई है.
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कांग्रेस नेताओं के पीएम मोदी पर विवादित बयान
आपको बता दें कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जब-जब विपक्ष ने, खासकर कांग्रेस नेताओं ने बयान दिया है, उसे बीजेपी ने अपना हथियार बनाया और उसका लाभ भी बीजेपी को मिला है. वर्ष 2017 में कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर ने पीएम मोदी को नीच कहा था, जिसे बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बनाया था और गुजरात चुनाव बीजेपी जीती भी थी. जबकि टक्कर दे रही कांग्रेस बुरी तरह हार गई थी.
वहीं 2019 में कांग्रेस ने चौकीदार चोर है का बड़ा नारा दिया, जिसे पीएम मोदी ने चुनावी मुद्दा बना दिया. इस नारे के बाद सभी बीजेपी नेताओं ने खुद को 'मैं हूं चौकीदार' कहकर अभियान चलाया. इसके अलावा सोनिया गांधी ने मोदी को मौत का सौदागर कहा था, जिसका लाभ भी बीजेपी को मिला. वहीं राहुल गांधी ने 'मोदी नाम के ही होते हैं' का बयान दिया था जिसे बीजेपी ने मुद्दा बनाया था.
इस बार भी फायदा उठाने की कोशिश
वहीं इस बार के चुनाव से पहले भी पीएम मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणी को बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की है. वजह भी साफ है जब जब पीएम मोदी पर अनर्गल टिप्पणी हुई, उसे बीजेपी ने अवसर में बदला है.
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