छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आयोजित चार दिन तक चले जशपुर जंबुरी को रविवार को समापन हो गया. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने जशपुरी जंबुरी में स्थानीय संस्कृति, प्रकृति और रोमांच का एकसाथ देखने को मिला. छत्तीसगढ़ का खूबसूरत पहाड़ी जिला जंशपुर जंबुरी 2025 का आयोजन करके देश की नजरों में आ गया.\
इस जंबुरी में रोमांचक रॉक क्लाइंबिग, जुमारिंग, रैपलिंग, जिपलाइनिंग और बोल्डरिंग जैसी गतिविधियां हुईं. जंबुरी में चार दिनों तक पर्यटकों ने जमकर लुत्फ उठाया. पर्यटकों ने कयाकिंग, एक्वा साइक्लिंग, एटीवी राइड्स, पेंटबॉल, पैरामोटरिंग और हॉट एयर बलूनिंग का आनंद लिया.
मयाली डैम के किनारे परोसे गए स्वादिष्ट स्थानीय भोजन व देश देखा से सारूडीह, रानीदाह और जशपुर संग्रहालय, जहां प्रतिभागियों ने जशपुर की सांस्कृतिक विरासत, कला और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव किया. शाम को सभी प्रतिभागी सरना एथनिक रिजॉर्ट, जहां महिला स्वंसहायता समूह (SHG) द्वारा प्रस्तुत अद्भुत आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रम ने वातावरण को जीवंत कर दिया. रंगीन परिधान, ढोल की थाप और ऊर्जा से भरे नृत्य ने जशपुर की असली आत्मा को मंच पर प्रस्तुत किया.
स्थानीय स्वाद और जनजातीय हस्तशिल्प का आकर्षण
फेस्टिवल में स्थानीय व्यंजनों के फूड स्टॉल, आदिवासी कला, हस्तशिल्प प्रदर्शनी और परंपरागत वस्त्र बड़ी संख्या में मौजूद थे, जिसका पर्यटकों ने खूब आनंद उठाया.
राष्ट्रीय पहचान की ओर बढ़ता जशपुर
इस आयोजन में देशभर से ट्रैवल ब्लॉगर, कंटेंट क्रिएटर, फोटोग्राफर और एडवेंचर एक्सपर्ट भी शामिल हुए, जिसकी वजह से जशपुर की पहचान अंतरराष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म तक मजबूती से पहुंचेगी.