Elephant Attack: जशपुर में हाथी का तांडव, हमले में चार लोगों की मौत, रात 12 बजे मचाया उत्पात

Jashpur Elephant Attack: जशपुर जिले में जंगली हाथी के तांडव से 4 लोगों की मौत हो गई. हाथी ने रात में सो रहे परिवार के घर पर हमला कर दिया और फिर लोगों को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया है.

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Elephant Attack in Jashpur: जशपुर जिले में जंगली हाथियों का आतंक लागातार जारी है. बीती रात हाथी ने रिहायशी इलाके में प्रवेश कर 4 लोगों को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया है. यह घटना नगर पंचायत बगीचा के अंतर्गत वार्ड संख्या- 9 गम्हरिया का है. यहां एकल हाथी ने गांव में प्रवेश कर पूरी रात तांडव मचाई.

हाथी ने 4 लोगों को कुचलकर ली जान

बगीचा के डीएवी स्कूल जाने वाले मार्ग पर सड़क किनारे हाथी ने एक घर पर धावा बोलते हुए घर मे सो रहे छह लोगों को हमला बोल दिया. इस हमले में पिता पुत्री चाचा समेत घर के पड़ोस में रहने वाले युवक समेत चार लोगों की जान चली गई है. हाथी ने पहले घर को ढाहकर कर क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसमें दो बच्चे भी दब गए. ग्रामीणों ने देर रात काफी मशक्कत   करने के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला, जिसमें एक की मौत हो गई.

हाथी के हमले से गांव में मची अफरा-तफरी

बारिश के कारण यहां लगातार विद्युत व्यवस्था बाधित थी. घटना के समय लाईट न होने के कारण ग्रामीणों को कुछ समझ नहीं आया और हाथी लगातार हमला करता गया. हाथी के हमले से गांव में अफरा-तफरी मच गई. उसी घर में सो रहे पिता पुत्री और चाचा को हाथी ने पटक पटक कर मार डाला. हो हल्ला सुनकर पड़ोस का एक युवक बाहर निकला उसपर भी हाथी ने हमला कर दिया.

हाथी ने पिता रामकेश्वर सोनी (35 वर्ष), पुत्री रवीता सोनी (09 वर्ष), चाचा अजय सोनी (25 वर्ष) और पड़ोसी अश्विन कुजूर (28 वर्ष) को कुचलकर मार डाला. घटना के बाद वहां लोगों की भीड़ जुट गई.

रात 12 बजे हाथी ने मचाया आंतक

ग्रामीणों का कहना है कि रात में हाथी मित्रदल की गाड़ी भी आई थी. कुछ समझ पाते इससे पहले हाथी ने हमला कर दिया. रात में लाईट नहीं थी लगातार लाईट की आवाजाही बनी हुई थी. घटना देर रात 12 बजे की बताई जा रही है. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए बगीचा अस्पताल भेजा गया.

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वन अमले को तत्काल मुआवजा राशि देने का निर्देश 

बगीचा एडीएम ओंकार यादव ने इस घटना को दुःखद बताया है. वन अमले को तत्काल मुआवजा प्रकरण बनाकर सहायता राशि देने का निर्देश दिया गया है.

इस घटना के बाद एक बार फिर हाथी समस्या को लेकर बड़ा सवाल हो गया है कि हाथी की मौजूदगी की सूचना समय पर ग्रामीणों को क्यों नहीं मिल पाती? ग्रामीण क्षेत्रों के बाद अब रिहायशी इलाकों में हाथी का हमला होना बेहद गंभीर विषय है. बताया जा रहा है कि यह अकेला हाथी है, जिससे जन धन की हानि लगातार हो रही है. जिले में लगातार हाथी के हमले से बढ़ते मौतों के आंकड़ों के बाद भी वन अमला बेबस नजर आ रहा है.

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