Chhattisgarh Latest News: केंद्र सरकार (Indian Government) ने 2019 से पहले पंजीकृत सभी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP) लगवाना अनिवार्य कर दिया है. बावजूद इसके, छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार (Baloda Bazar) जिले में वाहन मालिकों की इस दिशा में गंभीरता बेहद कम नजर आ रही है. जिला परिवहन विभाग (RTO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जिले में कुल 79,518 वाहन पंजीकृत हैं. लेकिन, इनमें से अब तक केवल 7,923 वाहन मालिकों ने ही एचएसआरपी के लिए आवेदन दिया है. इनमें भी महज 2,794 वाहनों में ही नई सुरक्षा प्लेटें लगाई गई हैं.
नंबर प्लेट को लेकर बड़े आंकड़े हुए उजागर
क्यों जरूरी है HSRP नंबर प्लेट लगाना?
एचएसआरपी लगाने का उद्देश्य न सिर्फ वाहन की असली पहचान सुनिश्चित करना है, बल्कि अपराध नियंत्रण और सुरक्षा को डिजिटल रूप में मजबूत करना भी है. ये प्लेट यूनिक सीरियल नंबर, क्रोमियम आधारित होलोग्राम और लॉकिंग पिन से युक्त होती हैं, जो किसी अन्य वाहन में स्थानांतरित नहीं की जा सकतीं. इससे फर्जी नंबर प्लेट का उपयोग कर किए जाने वाले अपराधों पर नियंत्रण पाया जा सकता है.
बलौदा बाजार में कैसे करें HSRP नंबर प्लेट के लिए अप्लाई?
बलौदा बाजार के स्थानीय आरटीओ कार्यालय में अब HSRP के लिए आवेदन और प्लेट इंस्टॉलेशन की सुविधा शुरू कर दी गई हैं. दोपहिया वाहनों के लिए 483 रुपए और चार पहिया वाहनों के लिए 774 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है. जिला परिवहन अधिकारी सी.एल. देवांगन ने बताया कि लोग गलत वेबसाइटों पर जाकर आवेदन कर रहे हैं और ठगी का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि केवल परिवहन विभाग के अधिकृत साइट पर ही आवेदन किया जाना चाहिए.
HSRP नंबर प्लेट को लेकर बड़े आंकड़े हुए उजागर
लोगों की उदासीनता बन रही बाधा
वाहन मालिकों में जागरूकता की कमी और ठगी के डर के कारण आवेदन की संख्या बेहद कम बनी हुई है. आरटीओ की ओर से अब अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि समय रहते सभी वाहन मालिक यह जरूरी प्रक्रिया पूरी कर सकें.
ये भी पढ़ें :- भोपाल के एक कार्टन फैक्ट्री में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड कर रही काबू पाने की कोशिश
आने वाले समय में होगी कार्रवाई
जिला परिवहन अधिकारी के मुताबिक अभी अभियान चलाकर लोगों को नंबर प्लेट लगाने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही आवेदन भी कराया जा रहा है, लेकिन आने वाले समय में वाहनों की चेकिंग होगी, इस दौरान अगर नए नंबर प्लेट लगे हुए वाहन नहीं मिले तो उनके खिलाफ कार्यवाही होगी. चालान के रूप में लोगों को मोटी रकम का भुगतान करना होगा.
ये भी पढ़ें :- MP News: एक साल के अंदर जर्जर हो गया एक करोड़ रुपये का पुल, और बढ़ गई ग्रामीणों की परेशानियां