हिंदी दिवस पर CM विष्णु देव साय ने की बड़ी घोषणा, प्रदेश में अब Hindi में होगी मेडिकल की पढ़ाई

CM Vishnu Dev Sai Big Announcement On Hindi Diwas: हिंदी दिवस को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. वहीं, इस खास मौके पर प्रदेश के सीएम विष्णु देव साय ने बड़ा ऐलान किया है.अब सूबे में मेडिकल की पढ़ाई हिंदी भाषा में आयोजित की जाएगी.

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CG News In Hindi: हिंदी दिवस के मौके पर हिंदी प्रेमियों को छत्तीसगढ़ के सीएम ने बड़ा तोहफा दिया है. ये तोहफा मेडिकल की पढ़ाई से जुड़े छात्र-छात्राओं के लिए बेहद खास है.क्योंकि प्रदेश में अब हिंदी भाषा में भी मेडिकल की पढ़ाई की जा सकेगी. इससे पहले मध्य प्रदेश सरकार ने भी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी भाषा में कराने का ऐलान किया था. 

सीएम ने कहा इस साल के प्रथम सत्र 2024-25 में एमबीबीएस की पढ़ाई की सुविधा हिंदी में भी उपलब्ध होगी. इसके लिए छात्र छात्राओं की संख्या अनुरूप आवश्यक पुस्तक उपलब्ध कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं.

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स्वास्थ्य विभाग को दिए गए निर्देश

हिंदी दिवस पर 14 सितंबर को एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए सीएम ने कहा हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश में अब एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में भी होगी. इसके लिए छात्र-छात्राओं की संख्या अनुरूप आवश्यक पुस्तक उपलब्ध कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं.  इस निर्णय से राज्य के 10 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को लाभ होगा.

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सुबह ही सीएम ने दिया था संकेत

शिक्षा के हर स्तर पर हिंदी को लागू करें-CM

मुख्यमंत्री ने हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिंदी दिवस की सार्थकता इस बात में है कि हम शासन प्रशासन और शिक्षा के हर स्तर पर हिंदी को लागू करें, हिंदी को बढ़ावा दें. उन्होंने कहा हमें इस बात की खुशी है कि हमारे यशस्वी  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2022 को उत्तरप्रदेश के उन्नाव की रैली में हिंदी में चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराने की मंशा जाहिर की थी, हम उसका क्रियान्वयन करने जा रहे हैं.

"अब यह दिक्कत दूर हो जाएगी"

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में राज्य में 10 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय हैं. हिंदी में चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराने का सबसे अधिक लाभ हमारे ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों को होगा जो अधिकतर हिंदी मीडियम से होते हैं जो प्रतिभाशाली होते हैं लेकिन अंग्रेजी की वजह से उन्हें चिकित्सा पाठ्यक्रम में कुछ दिक्कत आती है. अब यह दिक्कत दूर हो जाएगी. इससे चिकित्सा छात्र छात्राओं का आधार भी मजबूत होगा और अच्छे चिकित्सक तैयार करने में इससे अधिक मदद मिलेगी. मातृभाषा में शिक्षा दिए जाने का यह सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि इससे विषय की बारीक समझ  बनती है. इसे हम छत्तीसगढ़ में हर स्तर पर कार्यान्वित करने के लिए कृत संकल्पित हैं.

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