Sarangarh News: एमपी और छत्तीसगढ़ में तेज बारिश और मॉनसून (Monsoon 2025) का कहर लगातार देखने को मिल रहा है. इसी क्रम में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से एक बेहद मार्मिक और चिंताजनक घटना सामने आई है. जिला मुख्यालय से लगे राजापारा घोघरा नाले में एक पांच वर्षीय मासूम बच्चा तेज बहाव में करीब डेढ़ घंटे तक फंसा रहा और पूरा सिस्टम सिर्फ मूकदर्शक बना रह गया. मासूम खुद को बचाने के लिए पेड़ की डाल पकड़ कर जिंदगी की लड़ाई लड़ता रहा. लेकिन, मौके पर न कोई आपदा प्रबंधन दल पहुंचा, न प्रशासनिक अधिकारी और न ही कोई जनप्रतिनिधि...
ऐसे बची मासूम की जान
स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले में हर साल तेज बहाव की स्थिति बनती है. लेकिन, इसके बावजूद आज तक कोई चेतावनी बोर्ड या बैरिकेडिंग नहीं लगाई गई है. हादसे के समय भी प्रशासन का कहीं अता-पता नहीं था, मानो जिम्मेदार छुट्टी पर चले गए हों या फिर संवेदनाएं ही मर चुकी हों. घटना का वीडियो बनाने वाले लोग तो दिखे, लेकिन शुक्र है कि कुछ स्थानीय युवाओं ने साहस दिखाते हुए बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला, वरना यह हादसा और बड़ा हो सकता था.
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स्थानीय लोगों में आक्रोश
ग्रामीणों का गुस्सा भी साफ नजर आया. उन्होंने कहा कि हर साल मानसून में नाले का बहाव जानलेवा बन जाता है. लेकिन, आज तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया. यह घटना एक चेतावनी है कि अब नहीं चेते, तो आने वाले समय में ऐसा हादसा किसी और मासूम की जान ले सकता है.
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