Primary Health Center Urmal, Gariaband: गरियाबंद जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उरमाल में अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही उजागर हुआ है.अस्पताल प्रबंधन ने खुले में लाखों की दवाइयां फेंक दी. 45 डिग्री की तपती गर्मी में खुले आसमान के नीचे टैबलेट और सिरप के पैकेट खुले में फेंक दिए गए हैं. बीते दो महीनों से बिना किसी जिम्मेदारी के खुले में दवाइयों का पूरा भंडार पड़ा है.
गरियाबंद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उरमाल में खुले में रखी गई लाखों की दवाइयां
वहीं अस्पताल की लापरवाही सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. हालांकि अब इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने सफाई दी है. गरियाबंद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य केंद्र में डेंट-पेंट (मरम्मत) का कार्य चल रहा था, इसी कारण अस्थायी रूप से दवाइयों को परिसर के भीतर खुले स्थान पर रखा गया था, ताकि चोरी जैसी घटनाओं से बचा जा सके.
निरीक्षण के दौरान अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही आया सामने
बता दें कि सोमवार को मैनपुर जनपद सदस्य योगिराज माखन कश्यप ने स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर दवाइयों के खुले में पड़े होने का खुलासा किया था. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही के आरोप लगे और मामला तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
CMHO की प्रतिक्रिया
CMHO ने कहा कि दवाइयों को बाहर फेंकने या नष्ट करने की कोई मंशा नहीं थी. मरम्मत कार्य के कारण स्टोर रूम खाली कराया गया था और दवाइयों को सुरक्षित रूप से परिसर के अंदर अस्थायी तौर पर रखा गया था. उन्होंने भरोसा दिलाया कि दवाइयों की गुणवत्ता और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
आनन फानन में परिसर से दवाइयों को हटाया गया
अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आनन फानन में सभी दवाइयों को वहां से हटा लिया.
स्थानीय जनता की मांग
स्थानीय लोगों ने दवाइयों के भंडारण में और अधिक सतर्कता बरतने की मांग की है. उनका कहना है कि स्वास्थ्य संसाधनों के सुरक्षित प्रबंधन में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए.
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