पूर्व सीएम बघेल के पुत्र चैतन्य ED में नहीं होंगे पेश, भूपेश बोले- अब तक नहीं मिला कोई नोटिस

Bhupesh Baghel Reaction on ED Summon: बघेल ने कहा कि पहले भी मेरे खिलाफ सीडी केस को लेकर 7 साल तक दुष्प्रचार किया गया, लेकिन जब कोर्ट में केस चला तो कुछ भी नहीं मिला, जिसके बाद हाई कोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया. उन्होंने कहा कि एजेंसी का इस्तेमाल करना भाजपा का षड्यंत्र है, ताकि किसी भी नेता को बदनाम किया जा सके.

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ED Raids in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने शनिवार को एक चौंकाने वाला बयान दिया. उन्होंने कहा कि मुझे और मेरे बेटे को ईडी (ED) से पूछताछ के लिए कोई नोटिस नहीं मिला है. उन्होंने इस मौके पर ईडी और भाजपा (BJP) पर विपक्ष के नेताओं को बदनाम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ईडी सिर्फ बदनाम करने का काम करती है.

बघेल ने कहा कि ईडी सिर्फ हाइप क्रिएट करने का काम करती है. किसी चीज को बड़ा बताने के लिए खबरें लीक की जाती है. उन्होंने कहा कि किसी पोर्टल पर ये खबर चलवाई गई कि नोट गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई है. उन्होंने कहा कि इसका मकसद सामने वाले को बदनाम करना होता है. उन्होंने कहा कि एजेंसियों का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है कि सामने वाले को बदनाम किया जा सके. अभी तक यही किया जा रहा है. दरअसल, भूपेश बघेल के आवास पर ED की रेड के बाद इस बात की चर्चा थी कि ED ने उन्हें कार्यालय में पेश होने का नोटिस दिया है और 15 मार्च को उनके बेटे चैतन्य बघेल की पेशी हो सकती है.

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'पहले भी किया गया परेशान'

बघेल ने कहा कि पहले भी मेरे खिलाफ सीडी केस को लेकर 7 साल तक दुष्प्रचार किया गया, लेकिन जब कोर्ट में केस चला तो कुछ भी नहीं मिला, जिसके बाद हाई कोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया. उन्होंने कहा कि एजेंसी का इस्तेमाल करना भाजपा का षड्यंत्र है, ताकि किसी भी नेता को बदनाम किया जा सके. वहीं, उन्होंने नोटिस के सवाल पर एक बार फिर से कहा कि अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला. अगर मिलेगा, तो चले जाएंगे.

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गौरतलब है कि पिछले दिनों भूपेश बघेल और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर ईडी की अलग-अलग टीमों ने छापामार कार्रवाई की थी. इस दौरान ईडी ने बघेल के ठिकानों से 33 लाख के सोने-चांदी समेत कैश जब्त की थी. इसकी जानकारी खुद भूपेश बघेल ने ट्वीट कर दिया था. छापे के बाद उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि ईडी घर से चली गई है. मेरे घर में उनको तीन चीजें मिली हैं. मंतूराम और डॉ. पुनीत गुप्ता (डॉ. रमन सिंह जी के दामाद) के बीच करोड़ों के लेनदेन की बातचीत की पेनड्राइव. डॉ. रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह की सेल कंपनी के कागज. पूरे संयुक्त परिवार में खेती, डेयरी, स्त्रीधन, “कैश इन हैंड” मिलाकर लगभग 33 लाख रुपये, जिनका हिसाब उनको दिया जाएगा. खास बात यह है कि ईडी के अधिकारी कोई ईसीआईआर नंबर नहीं दे पाए हैं.

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