बिना ब्याज के लोन लेकर संपन्न हो रहे किसान, फसल बेचकर वापस कर देते पैसा; जानिए कैसे मिल रही मदद

Kisan Credit Card: किसानों ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक से लोन लेकर अपने जीवन को काफी सुधारा है. वह बैंक से लोन लेते हैं और खेती करते हैं. उसके बाद वह उतना ही पैसा वापस कर देते हैं.

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Loan for Farmers: राजनांदगांव जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ने 3 लाख 50 हजार से अधिक किसानों को 1596 करोड़ रुपये का बिना ब्याज (इंटरेस्ट) के लोन दिया है. इस बैंक के अंतर्गत चार जिले आते हैं, जिनमें कवर्धा, राजनांदगांव, खैरागढ़ छुईखदान गंड़ई और मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिला शामिल है.

बिना ब्याज के ऋण (लोन) से इन चारों जिले के किसान सूदखोरों और साहूकारों के चंगुल से बचते हैं और इन्हें मार्केट से ब्याज दर पर पैसा नहीं लेना पड़ता है. लोन के पैसे से किसान खाद, बीज और अन्य सामान लेने में उपयोग करते हैं. जिला सहकारी बैंक से बिना ब्याज के लोन मिलने से किसान आर्थिक रूप से भी संपन्न हो रहे हैं.

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किसान क्रेडिट कार्ड से भी मिल रहा लोन

राजनांदगांव जिला सहकारी केंद्रीय बैंक से किसानों को केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड, KCC) से भी लोन मिला है. किसान जितना पैसा बैंक से लेते हैं, उतने ही बैंक को वापस करते हैं. इन्हें कोई भी ब्याज नहीं देना होता है. किसान धान कटाई या कोई भी उपज होने के बाद लोन को वापस करते हैं. किसानों को केसीसी (Kisan Credit Card Loan) से दो लाख रुपये तक का लोन मिल जाता है और किसानों को बैंक में कुछ भी गिरवीं नहीं रखना पड़ता है.

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महतारी वंदन योजना की जल्द लागू होगी तीसरी किस्त

वहीं, छत्तीसगढ़ की 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना (Mahtari Vandan Yojana) की 14वीं किस्त का बेस्रबी से इंतजार है. हालांकि यह इंतजार अब खत्म होने वाला है, क्योंकि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnu Dev Sai) जल्द ही इन लाभार्थी महिलाओं के खाते में 13वीं किस्त जारी करेंगे. बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार महतारी वंदन योजना (Mahtari Vandan Yojana) के तहत 13 किस्तें जारी कर चुकी हैं. 

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