Illegal Liquor: जहां से हो रही थी अवैध शराब की सप्लाई, पुलिस ने पूरी मशीनरी को ही कर दिया ध्वस्त

Illegal Liqour: दुर्ग पुलिस ने अवैध शराब निर्माण के नेटवर्क को गंभीर झटका दिया है. कार्रवाई के दौरान संयुक्त दल ने मौके से 250 लीटर तैयार महुआ शराब जब्त की, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 60 हज़ार रुपये और लगभग 5,000 किलोग्राम महुआ लाहन (महुआ का फूल, गुड और चावल का मिश्रण) जिसकी अनुमानित कीमत 1.25 लाख रुपये बताई जा रही है. वहीं, बिलासपुर के ग्राम खांडा में सफाई कर्मी बनकर पहुंची सीपत पुलिस ने 1040 लीटर अवैध कच्ची महुआ शराब और 5.76 लीटर देशी प्लेन शराब जब्त की, जिसकी कीमत 3.14 लाख रुपये आंकी गई हैं.

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Illegal Liqour Seized: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग (Durg) जिले के पाटन ब्लॉक के अंतर्गत रानीतराई क्षेत्र के घोरारी गांव में अवैध महुआ (कच्ची) शराब के निर्माण के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी संयुक्त कार्रवाई की. यह कार्रवाई आबकारी विभाग, वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के संयुक्त दल की ओर से की गई.

सुबह की गश्त के दौरान इस बड़े पैमाने पर संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, जिसने अवैध शराब निर्माण के नेटवर्क को गंभीर झटका दिया. कार्रवाई के दौरान संयुक्त दल ने मौके से 250 लीटर तैयार महुआ शराब जब्त की, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 60 हज़ार रुपये और लगभग 5,000 किलोग्राम महुआ लाहन (महुआ का फूल, गुड और चावल का मिश्रण) जिसकी अनुमानित कीमत 1.25 लाख रुपये बताई जा रही है. इस भी जब्त करके मौके पर ही नष्ट कर दिया गया.

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बिलासपुर में भी अवैध शराब का जखीरा बरामद

बिलासपुर के ग्राम खांडा में सफाई कर्मी बनकर पहुंची सीपत पुलिस ने 1040 लीटर अवैध कच्ची महुआ शराब और 5.76 लीटर देशी प्लेन शराब जब्त की, जिसकी कीमत 3.14 लाख रुपये आंकी गई हैं. रेड में आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर आबकारी एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई. इस दौरान पुलिस ने शराब बनाने के उपकरण और बर्तन भी जब्त किए. ये कार्रवाई एसएसपी रजनेश सिंह और एएसपी अर्चना झा के नेतृत्व में हुई.

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शराब की अवैध भट्टियों को किया गया नष्ट

इसके अलावा शराब निर्माण में उपयोग होने वाली बर्तन व यंत्र, अवैध जलाऊ लकड़ी, जिसकी मात्रा लगभग तीन पिकअप वाहनों के बराबर थी, इसको वन विभाग ने जब्त किया. मौके पर आठ अवैध भट्टियां सक्रिय पाई गईं, जहां महुआ शराब का निर्माण हो रहा था. इन भट्टियों को भी संयुक्त दल ने तत्काल नष्ट कर दिया.

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शराब सिंडिकेट ग्रामीणों से बनवाता है शराब

इस की जानकारी देते हुए आबकारी निरीक्षक अरविंद साहू ने बताया कि घोरारी गांव में एक संगठित सिंडिकेट सक्रिय है, जो ग्रामीणों को महुआ शराब बनाने के लिए उकसाता और उनकी मदद भी करता है. यह सिंडिकेट ग्रामीणों को महुआ, लाहन और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराता है. शराब निर्माण के लिए ये लोग घरों के बजाय तालाबों के किनारे और जंगली झाड़ीनुमा इलाकों का उपयोग करते हैं, ताकि प्रशासन की नजर से बचा जा सके. इस रणनीति के तहत वे पकड़े जाने से बचने की कोशिश करते हैं.

वक्त रहते आरोपी हो गए फरार

निरीक्षक साहू ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान भी आरोपियों ने चालाकी दिखाई. जब संयुक्त दल गांव की ओर बढ़ रहा था, तभी रास्ते में जानबूझकर टैंकर और ट्रैक्टर खड़ा करके रास्ता अवरुद्ध कर दिया, जिसकी वजह से मुख्य आरोपी मौके से भागने में सफल रहे.

प्रशासन ने कसा शिकंजा

इस पूरे मामले में आबकारी निरीक्षक ने कहा कि इस संगठित सिंडिकेट की आर्थिक कमर तोड़ने के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है. जब्त किए गए लाहन को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया, ताकि इसका दोबारा उपयोग न हो सके. इसके साथ ही, अवैध शराब निर्माण में उपयोग होने वाली सामग्री और संसाधनों को जब्त करने की प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा.

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