DSP कल्पना वर्मा ने NDTV पर खोल दी पूरी सच्चाई, क्या सच में 2 करोड़ कैश और कार दी गई?

DSP Kalpana Verma Raipur Chhattisgarh: डीएसपी कल्पना वर्मा ने दीपक टंडन (Deepak Tandon) के आरोपों को फर्जी बताया और कहा कि उनके परिवार ने कानूनी तरीके से कार खरीदी थी. विवाद न्यायालय में लंबित है और उन्होंने मानहानि के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins

DSP Kalpana Verma Raipur Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ पुलिस में डीएसपी कल्पना वर्मा पर रायपुर के नामी व्यापारी दीपक टंडन ने लव, ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. अब डीएसपी कल्पना वर्मा न केवल दीपक टंडन के खिलाफ मानहानि के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने जा रही हैं बल्कि टंडन के आरोपों पर NDTV MP CG से बातचीत में अपना पक्ष रखते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे भी क‍िए हैं.

डीएसपी कल्पना वर्मा ने दीपक टंडन के 2 करोड़ रुपए, 12 लाख की हीरे की अंगूठी, पांच लाख की सोने की चेन और टॉप्स, इनोवा क्रिस्टा कार और एक लाख का ब्रेसलेट देने के दावों को बेबुनियाद और वायरल चैट को फर्जी बताया है.

डीएसपी कल्पना वर्मा का पक्ष, उन्हीं की जुबानी 

''मेरे पिता और दीपक टंडन के बीच पूर्व में एक व्यवसायिक लेन-देन से संबंधित विवाद लंबित है. इस लेन-देन के अंतर्गत कुछ राशि दीपक टंडन द्वारा मेरे पिता को देय थी. उक्त बकाया राशि के सुरक्षा स्वरूप दीपक टंडन ने अपनी पत्नी बरखा टंडन का चेक प्रदान किए थे, जो बैंक में प्रस्तुत करने पर अमान्य (बाउंस) पाए गए. इस विषय में चेक बाउंस का प्रकरण वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है, जिसके अनुसार बरखा टंडन को समय-समय पर अदालत में उपस्थिति देनी होती है. 

यह भी पढ़ें- प्यार, धोखा और ब्लैकमेलिंग: रायपुर में महिला DSP पर ढाई करोड़ से ज्यादा ऐंठने और धमकाने का आरोप

न्यायिक प्रक्रिया से बचने के उद्देश्य से मेरा नाम जानबूझकर और बिना किसी आधार के इस प्रकरण में जोड़ा जा रहा है तथा विभिन्न माध्यमों से मेरी छवि को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है. बिना तथ्यों की पुष्टि किए, एक महिला अधिकारी की प्रतिष्ठा पर प्रश्न उठाना अत्यंत गंभीर विषय है. 

मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि यह संपूर्ण वित्तीय विवाद मेरे पद, मेरे कार्यक्षेत्र या मेरे व्यक्तिगत जीवन से किसी प्रकार भी संबंधित नहीं है. इसके बावजूद, मीडिया तथा अन्य माध्यमों में भ्रामक और तथ्यहीन सूचनाएं प्रसारित कर मुझे अनावश्यक रूप से विवादों में उलझाने का प्रयास किया जा रहा है, जो पूर्णतः गलत, निराधार और चरित्र-हनन की प्रवृत्ति है.

Advertisement

जब मामला पहले से ही न्यायालय में लंबित है, ऐसे में मेरे नाम का किसी भी प्रकार के राजनीतिक, व्यक्तिगत या मीडिया लाभ के लिए उपयोग अनुचित, अवैध और दंडनीय है. मैं सभी से आग्रह करती हूं कि सत्य वही मानें, जो अभिलेखों और न्यायालय के समक्ष उपलब्ध है. किसी भी मनगढ़ंत अथवा भ्रामक समाचार पर विश्वास न करें. ऐसी झूठी खबरें प्रसारित करने तथा मेरी छवि धूमिल करने वालों के विरुद्ध मानहानि का दावा दायर करने की प्रक्रिया मैं प्रारंभ कर रही हूँ.

साथ ही, मैं यह भी अनुरोध करती हूं कि दीपक टंडन और बरखा टंडन दोनों के लेन-देन से संबंधित सभी खातों की जांच की जाए. मुझे संदेह है कि केवल मेरे परिवार ही नहीं, बल्कि अनेक लोगों के साथ आर्थिक ठगी की रकम का लेन–देन इनके माध्यम से हुआ है.

Advertisement

इसके अतिरिक्त, मेरी अनुमति के बिना मेरी फोटो तथा मेरे सोशल मीडिया (Instagram, Facebook, WhatsApp) से ली गई सामग्रियों का उपयोग कर मेरी फर्जी चैट तैयार की गई है, जो एक आपराधिक कृत्य है. इस संबंध में विधि विशेषज्ञों से मेरे परिजन परामर्श ले रहे हैं. हम संविधान और कानून पर विश्वास रखते हैं और उसी मार्ग पर आगे बढ़ेंगे. भले ही न्यायिक प्रक्रिया में समय लगे, परंतु हमें पूर्ण विश्वास है कि मेरे परिवार को न्याय अवश्य मिलेगा.'' 

बरखा टंडन से खरीदी कार-कल्पना वर्मा

DSP कल्पना वर्मा का कहना है कि ''मेरे परिवार ने दीपक टंडन की पत्नी बरखा टंडन से कार खरीदी है. सारे पेपर उन्होंने कानूनी तौर पर हस्ताक्षर करके हमें दिए हैं. नियमानुसार कार की आरसी भी अपने नाम पर ट्रांसफर करवाई है. कार के संबंध में दीपक टंडन जो दावा कर रहे हैं उसके दस्तावेज दिखाएं. हमारे पास कार के कानूनी दस्तावेज उपलब्ध हैं, जो हमने कोर्ट में भी पेश किए हैं. उन्होंने पहले तो कभी नहीं बोला. जब चेक बाउंस का केस कोर्ट में पहुंचा, तब वे कार चोरी की बात बोल रहे हैं.''

Advertisement

दोस्ती वाली बात फर्जी, लीगल एक्शन लिया

दावा किया जा रहा है कि साल 2021 में डीएसपी कल्पना वर्मा महासमुंद में पोस्टेड थीं, तब अपने एक बैचमेट के जरिए उनकी मुलाकात दीपक टंडन से हुई थी. मोबाइल नंबर एक्सचेंज हुए और फिर बातों-मुलाकातों का सिलसिला शुरू हो गया. इस दावे पर डीएसपी कल्पना वर्मा का कहना है कि यह सब फर्जी बातें हैं. इन दावों पर टंडन के खिलाफ लीगल एक्शन लिया गया है. उनको नोटिस भी भेजा गया है.

वर्मा का कहना है कि पत्नी को भी कोई समस्या थी तो उन्होंने आज तक कभी शिकायत क्यों नहीं की और खुद दीपक टंडन भी कोई बच्चे तो हैं नहीं. यह सब पहले कभी क्यों नहीं बोला? अब उनका कोर्ट में पैसा देने का टाइम आ रहा है तो यह सब याद आ रहा है. 

डीएसपी कल्पना वर्मा कौन हैं ?

बता दें कि कल्पना वर्मा छत्तीसगढ़ पुलिस में साल 2017 बैच की डीएसपी हैं. ये मूलरूप से रायपुर की रहने वाली हैं. वर्तमान में दंतेवाड़ा में पोस्टेड हैं. महिला पुलिस अफसर कल्पना वर्मा और व्यापारी दीपक टंडन में से कौन सच्चा है और कौन झूठा? इसका फैसला कोर्ट करेगा.