Birthday Celebration on NH-43 : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कोरिया (Korea) जिले के सोनहत के बीएमओ डॉ. अनित बखला की ओर से अपने दोस्त के जन्मदिन पर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-43 पर गाड़ी की बोनट पर केक काटने और देर रात पटाखे फोड़ने का मामला तूल पकड़ लिया है. वायरल वीडियो के सामने आते ही प्रशासनिक महकमों में हड़कंप मचा हुआ है. इस बीच घटना की गूंज न्यायालय तक पहुंच गई है. जिला प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से सोनहत बीएमओ डॉ. अनित बखला को पद से हटाने का आदेश जारी कर दिया है.
वीडियो में दिखा था ऐसा नजारा
दरअसल, वायरल वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा था कि सरकारी वाहन का उपयोग कर हाईवे पर न केवल यातायात नियमों की अनदेखी की गई, बल्कि सार्वजनिक मार्ग पर पटाखे चलाकर आम राहगीरों की सुरक्षा को भी खतरे में डाला गया. मामला सामने आते ही पुलिस ने संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. इस बीच घटना की गूंज न्यायालय तक भी पहुंच गई है.
कोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब
हाई कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार से शपथ पत्र प्रस्तुत करने को कहा है, जिसमें यह स्पष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं कि सार्वजनिक मार्ग पर इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए विभागीय स्तर पर क्या कदम उठाए गए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या व्यवस्था की जा रही है. न्यायालय की इस कड़ी टिप्पणी के बाद शासन प्रशासन भी हरकत में आ गया है.
जिला प्रशासन ने पद से हटाया
इधर, जिला प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से सोनहत बीएमओ डॉ. अनित बखला को पद से हटाने का आदेश जारी कर दिया है. प्रशासन का मानना है कि एक जिम्मेदार अधिकारी की ओर से इस तरह की लापरवाही और सार्वजनिक स्थान पर नियमों का खुलेआम उल्लंघन करने से सरकार की छवि धूमिल होती है. यह आचरण सेवा नियमों के खिलाफ है. विभागीय स्तर पर आगे की कार्रवाई के लिए भी जांच के निर्देश दिए गए हैं.
नए बीएमओ की हुई नियुक्ति
डॉ. अनित बखला को हटाए जाने के बाद जिले में नए बीएमओ की नियुक्ति कर दी गई है. प्रशासन ने बलवंत सिंह को सोनहत का नया बीएमओ नियुक्त किया है. उनके कार्यभार संभालते ही अपेक्षा की जा रही है कि स्वास्थ्य सेवाओं में शुचिता और अनुशासन बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि यह कदम एक संदेश है कि सरकारी पद पर रहते हुए गैरजिम्मेदाराना व्यवहार किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं होगा.