Chhattisgarh Naxal News: छत्तीसगढ़ और ओड़िशा की सरहद के घने जंगलों में एक बार फिर नक्सली मंसूबों का पर्दाफाश हुआ है. गरियाबंद इलाके के बोडेन थाना क्षेत्र के छातापानी जंगल में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों द्वारा छुपाए गए हथियारों और विस्फोटकों का बड़ा जखीरा बरामद किया है. इस कामयाबी को न केवल एक रूटीन ऑपरेशन माना जा सकता है, बल्कि इसे एक संभावित रक्तपात को समय रहते टालने वाली कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है.
सुरक्षा बलों को मिला था खूफिया इनपुट
सीआरपीएफ और डीवीएफ की संयुक्त टीम को खुफिया इनपुट मिला था कि जंगल के भीतर नक्सली किसी बड़ी वारदात की तैयारी में जुटे हैं. इसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ और जमीन के नीचे छिपाकर रखी गई देशी बंदूक, 24 नग गोलियां, बारूद और डेटोनेटर जैसी खतरनाक सामग्री हाथ लगी.
खास बात यह रही कि बरामद सामान में कुछ चौंकाने वाली चीजें भी मिलीं. हथियारों के साथ पोंड्स पाउडर, फेयर एंड लवली क्रीम और चूड़ियां भी बरामद की गईं, जिससे यह साफ है कि नक्सली दल में महिलाओं की भी सक्रिय भूमिका रही होगी. सुरक्षाबल इस एंगल से भी जांच कर रहे हैं.
इस बरामदगी से साफ है कि नक्सली कुछ बड़ा करने की फिराक में थे. शायद कोई सुरक्षाबल पर हमला, कोई IED ब्लास्ट या फिर ग्रामीण इलाकों में खौफ फैलाने की योजना. नुआपाड़ा के एसपी जी.आर. राघवेंद्र ने खुद इस ऑपरेशन की पुष्टि की है और इसे सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी जीत बताया है.
नक्सलियों पर कसी जा रही है नकेल
सीमावर्ती इलाकों में लगातार हो रही ऐसी बरामदगियों से साफ है कि अब नक्सलियों की धरती खिसक रही है और उनकी रणनीतियों को पहले ही जंगल की माटी में दफना दिया जा रहा है.अब सवाल ये है क्या आने वाले दिनों में नक्सलियों के ये छुपे ठिकाने पूरी तरह उजागर हो पाएंगे? या जंगल की गहराइयों में उनकी कोई और साजिश दबे बारूद की तरह इंतजार कर रही है? जवाब आने वाले ऑपरेशनों में छिपा है. लेकिन इतना तय है. फोर्स अब पहले से ज्यादा चौकन्नी है.
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