Chhattisgarh Investment: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (CM Vishnu Deo Sai) ने मंगलवार को रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ इंडस्ट्री डायलॉग-2 (Chhattisgarh Industry Dialogue) के शुभारंभ अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ अब केवल कोर सेक्टर तक सीमित नहीं, बल्कि सेमीकंडक्टर (Semiconductors), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence), फार्मा (Pharma), डिफेंस (Defence), एयरोस्पेस (Aerospace) और ग्रीन हाइड्रोजन (Green Hydrogen) जैसे अत्याधुनिक उद्योगों का राष्ट्रीय केंद्र बनने के लिए तैयार है. सीएम ने निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति रोजगार और आर्थिक समृद्धि पर केंद्रित है. हम अपने राज्य को नक्सल प्रभावित अतीत से बाहर निकालकर देश का सबसे गतिशील औद्योगिक और तकनीकी हब बना रहे हैं. यह प्रदेश अब निवेश का सबसे आकर्षक गंतव्य बन चुका है.
मुख्यमंत्री उद्यमियों से छत्तीसगढ़ में निवेश करने का आग्रह किया. यहां हर सुविधा और भरोसे के साथ विकास में सहभागी बनें. हम मिलकर विकसित भारत के निर्माण में छत्तीसगढ़ की अग्रणी भूमिका सुनिश्चित करेंगे.
सरकार का लक्ष्य मार्च 2026 तक नक्सल समस्या का संपूर्ण उन्मूलन सुनिश्चित करना है, ताकि सभी प्रभावित क्षेत्रों में शांति, स्थिरता और विकास की नई शुरुआत हो सके.
लॉजिस्टिक पॉलिसी-2025 के ड्राफ्ट को मंजूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़ राज्य लॉजिस्टिक पॉलिसी-2025 के ड्राफ्ट को मंजूरी दी है. यह नीति छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय लॉजिस्टिक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति देश की कनेक्टिविटी का केंद्र बिंदु है. यह नीति लॉजिस्टिक सेक्टर (Chhattisgarh Logistic Policy) और ई-कॉमर्स में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय निवेश को आकर्षित करेगी, निर्यात अधोसंरचना को मजबूत करेगी और सस्ती भंडारण सुविधाओं का विस्तार करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों में 350 से अधिक संरचनात्मक सुधार लागू किए गए हैं, जिनसे ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease of Doing Business) और स्पीड ऑफ डूइंग बिजनेस में अभूतपूर्व सुधार हुआ. प्रदेश में निवेश का वातावरण इतना सशक्त हुआ कि सिर्फ छह महीनों में साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जो छत्तीसगढ़ के औद्योगिक इतिहास में रिकॉर्ड है.
छत्तीसगढ़ को मिला 1,63,749 करोड़ का निवेश
उन्होंने कहा कि दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु में आयोजित इंवेस्टर्स समिट (Investors Summit) से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों ने भारी उत्साह दिखाया. दिल्ली समिट में 15,184 करोड़ रुपये, मुंबई में 6,000 करोड़ रुपये और बेंगलुरु में ऊर्जा क्षेत्र में वृहद निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. छत्तीसगढ़ ने वित्तीय वर्ष 2025 में 1,63,749 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया, जो भारत के कुल निवेश का 3.71 प्रतिशत है.
मुख्यमंत्र साय ने बताया कि पॉलीमैटेक कंपनी (Polymatech Company) को सेमीकंडक्टर (Semiconductor) निवेश के लिए मात्र तीन महीनों में जमीन आवंटित कर एनओसी जारी की गई और अब कंपनी ने 1,143 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर कार्य आरंभ कर दिया है, जहां प्रतिवर्ष 10 अरब चिप उत्पादन का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य नवा रायपुर को सिलिकॉन वैली ऑफ छत्तीसगढ़' के रूप में स्थापित करना है. निवेशकों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 विकसित किया गया है.
कनेक्टिविटी और अधोसंरचना में क्रांतिकारी पहल
मुख्यमंत्री ने बताया कि रावघाट से जगदलपुर तक 3,500 करोड़ रुपये की रेललाइन की मंजूरी मिल चुकी है. कोठागुडेम से किरंदुल तक रेललाइन पर सर्वे शुरू हो गया है और खरसिया-परमालकसा रेललाइन औद्योगिक केंद्रों को जोड़ेगी. जलमार्ग संबलपुर से नवा रायपुर तक आरंभ होगा. एयर कार्गो सेवाएं भी सक्रिय हो चुकी हैं.
छत्तीसगढ़ में एआई डाटा सेंटर पार्क देश का पहला पार्क है. फार्मा सेक्टर में फार्मा हब और मेडिसिटी का निर्माण हो रहा है. टेक्सटाइल और फार्मा में विशेष अनुदान उपलब्ध हैं.
बस्तर और सरगुजा : विकास की नई गाथा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी नक्सलवाद से प्रभावित बस्तर अब ‘विकसित बस्तर' के सपने को साकार कर रहा है. 90,000 युवाओं को कौशल विकास और 40,000 से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है. वहां विशेष निवेश प्रोत्साहन भी दिए जा रहे हैं. बस्तर में अंतरराष्ट्रीय मान्यता के लिए बस्तर दशहरा का पंजीकरण कराया जा रहा है. तीरथगढ़ ग्लास ब्रिज और बस्तर टूरिज्म सर्किट विकसित किए जा रहे हैं. आदिवासी उद्यमियों के लिए रॉयल्टी रिइंबर्समेंट और सब्सिडी का प्रावधान किया गया है.
युवाओं को अवसर, निवेशकों को विश्वास
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि नई औद्योगिक नीति में अगले पांच वर्षों में 5 लाख से अधिक रोजगार सृजित करने का रोडमैप है. उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल, फार्मा, एआई, डिफेंस, ऊर्जा और मेडिकल टूरिज्म - इन सभी क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ अगले दशक की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनेगा.
सीएम कंपनियों को सौंपा पत्र
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 11 प्रमुख कंपनियों से प्राप्त 1 लाख 23 हजार 73 करोड़ के निवेश प्रस्ताव के लिए उन्हें इनविटेशन टू इन्वेस्ट पत्र सौंपा, जिससे 20 हजार 627 लोगों को रोजगार मिल सकेगा.
ये हैं वो 11 कंपनियां
जिन निवेशकों को इनविटेशन टू इन्वेस्ट पत्र सौंपा गया, उनमें मेसर्स सारडा हाइड्रोपावर रायपुर, मेसर्स आर्टिफिशियल इलेक्ट्रॉनिक्स इंटेलिजेंस मटेरियल्स लिमिटेड चेंगापट्टू तमिलनाडू, मेसर्स केजेएसएल कोल एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड कोरबा, मेसर्स जुपिटर इंटरनेशनल लिमिटेड कोलकाता, मेसर्स ईएसडीएस सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड नासिक महाराष्ट्र, मेसर्स करमवीर इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड मेरठ उत्तरप्रदेश, मेसर्स एसजी ग्रीन बिल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली, मेसर्स जिंदल स्टील छत्तीसगढ़ लिमिटेड रायगढ़, मेसर्स जिंदल पावर लिमिटेड (थर्मल पावर), मेसर्स जिंदल पावर लिमिटेड (सोलर पावर) और मेसर्स वीटेक प्लास्टिक प्राईवेट लिमिटेड शामिल हैं.