Chhattisgarh Flood: छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने प्रदेश के कई जिलों में तबाही मचा दी है. 24 घंटे से लगातार हो रही भारी बारिश का पानी अब घरों में घुस गया है, जिससे लोगों के लिए आफत बन गई है. इधर, नदी-नाले भी उफान पर है, जिसमें कई लोग हादसे के शिकार हो गए हैं. बस्तर जिले के झीरम नाला में कार बह गई, जिसमें पति-पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई.
24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने दंतेवाड़ा जिले के कई हिस्सों में तबाही मचाई है. दंतेश्वरी मंदिर के पास की बस्तियों में बाढ़ का पानी घुस गया. वहीं शारदा टॉकीज के पास सड़क को काफी नुकसान पहुंचा है. छोटा ब्रिज पूरी तरह टूट गया. बिजली के खम्बे भी उखड़ गए हैं. इसके अलावा सड़क पर बाढ़ ने रेत और मलबा छोड़ दिया. हालांकि अब प्रशासन राहत कार्य मे जुट गया है.
झीरम नाले में कार बही, पति पत्नी और दो बच्चों की मौत
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के झीरम नाला में मंगलवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया. लगातार बारिश के चलते झीरम नाला उफान पर है. वहीं जगदलपुर से सुकमा को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे-30 के पास झीरम नाला को पार करने की कोशिश करती स्विफ्ट कार तेज बहाव में बह गई. हादसे के दौरान कार मे 5 लोग सवार थे. ड्राइवर ने तो किसी तरह कार से कूद अपनी जान बचा ली, लेकिन कार में सवार पति पत्नी और उनके दो बच्चे तेज बहाव में कार के साथ बहते चले गए.
18 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
कार सवारों को ढूंढने के लिए जिला प्रशासन और SDRF की टीम करीब 18 घंटे तक कड़ी मशक्कत की. हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन बाद कार के अंदर से चारों की शव बरामद कर ली गई. जानकारी के मुताबिक परिवार तमिलनाडु का रहने वाला था. फिलहाल शवों को जगदलपुर मेडिकल कॉलेज लाया गया है और मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गयी है.
मूसलाधार बारिश से तबाही, पुल को भारी नुकसान
नारायणपुर में मंगलवार को हुई अचानक मूसलाधार बारिश से जिले में तबाही का मंजर देखने को मिला. नारायणपुर-छोटेडोंगर मार्ग स्थित मड़ीन नदी पुल का हिस्सा बह गया, जिससे लौह अयस्क परिवहन और सामान्य आवागमन पर खतरा मंडरा रहा है. लगातार बारिश से राजपुर, धनोरा और धौड़ाई क्षेत्रों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया.
बाढ़ में फंस गई स्कूल बस
छोटेडोंगर का मड़ीन नदी पुल भारी क्षति का शिकार हुआ, जिसके चलते आमदाई माइंस से लौह अयस्क ले जाने वाले ट्रकों का आवागमन बाधित होने की आशंका है. पुल टूटने की स्थिति में 50 से अधिक गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है. तेज बारिश के दौरान राजपुर गांव के पास एकलव्य आवासीय विद्यालय की बस बाढ़ में फंस गई, जिसमें सवार बच्चों और स्टाफ को आईटीबीपी और पुलिस जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद आधी रात को सुरक्षित रेस्क्यू किया.
दूसरी ओर धनोरा गांव का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलमग्न हो गया, बिजली आपूर्ति बाधित रही और कई घरों में पानी घुस गया. ग्रामीणों का कहना है कि यदि बारिश का यही क्रम जारी रहा तो हालात और ज्यादा गंभीर हो सकते हैं.
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