CG Coal Scam: जयचंद कोसले के खिलाफ 1,000 पेज का चालान कोर्ट में पेश, 570 करोड़ के घोटाले का है आरोप

Chhattisgarh Coal Scam: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बहुचर्चित कथित अवैध कोल लेवी वसूली मामले में आरोपी जयचंद कोसले के खिलाफ ईओडब्ल्यू की ओर से दायर चालान में जयचंद कोसले के खिलाफ IPC की धारा 120बी, 420, 384, 467, 468, 471 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7, 7ए और 12 के तहत आरोप तय किए गए हैं.

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CG Coal Scam News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बहुचर्चित कथित अवैध कोल लेवी वसूली मामले में आरोपी जयचंद कोसले के खिलाफ सोमवार को अभियोग पत्र कोर्ट में पेश किया गया. इस अभियोग पत्र में उनके खिलाफ IPC और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की गंभीर धाराओं में लगभग 1,000 पेज का चार्जशीट रायपुर की विशेष न्यायालय में पेश किया गया. जयचंद कोसले फिलहाल केन्द्रीय जेल रायपुर में बंद है.

इन धाराओं में तय किए गए हैं आरोप

ईओडब्ल्यू की ओर से दायर चालान में जयचंद कोसले के खिलाफ IPC की धारा 120बी, 420, 384, 467, 468, 471 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7, 7ए और 12 के तहत आरोप तय किए गए हैं.

20 आरोपियों पर पहले पेश हो चुके हैं चालान

भूपेश सरकार के दौरान CMO में पदस्थ डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया, आईएएस रानू साहू, आईएएस समीर विश्नोई, शिवशंकर नाग, संदीप कुमार नायक, सूर्यकांत तिवारी सहित 15 आरोपियों के खिलाफ जुलाई 2024 में पहला चालान पेश किए जा चुके हैं. इसके अलावा, अक्टूबर 2024: मनीष उपाध्याय और रजनीकांत तिवारी के खिलाफ पूरक चालान.वहीं, देवेंद्र डडसेना और नवनीत तिवारी के खिलाफ पूरक चालान अक्टूबर 2025 में दाखिल किया गया था. यानी अब तक इस प्रकरण में कुल 20 आरोपियों के खिलाफ चालान दाखिल किए जा चुके हैं. गौरतलब है कि ये पूरा स्कैम 570 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है. इसी स्कैम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बेटा चैतन्य भी जेल में है. 

कोल लेवी स्कैम में जयचंद कोसले पर ये है आरोप

EOW और ACB की जांच  के अनुसार जयचंद कोसले उर्फ जय तत्कालीन मुख्यमंत्री कार्यालय में डिप्टी सेक्रेटरी सौम्या चौरसिया के अधीनस्थ रहते हुए निज सहायक के रूप में पदस्थ था. अवैध कोल लेवी वसूली से प्राप्त भारी नकद राशि का वास्तविक रिसीवर और मध्यस्थ वही था.

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जब्त डायरी से मिले सुराग

जब्त डायरी में ‘जय' नाम से दर्ज सभी एंट्रियां जयचंद कोसले और सौम्या चौरसिया से संबंधित बताई जा रही है. आरोप है कि इससे अवैध लेन-देन की पुष्टि होती है. वह रकम की रिसीविंग, कस्टडी और ट्रांसफर की पूरी श्रृंखला में अहम कड़ी रहा. जयचंद कोसले ने सौम्या चौरसिया के निर्देश पर सूर्यकांत तिवारी के निवास सहित अन्य स्थानों से रकम रिसीव कर, उसे मनीष उपाध्याय या सौम्या चौरसिया की ओर से बताए गए व्यक्तियों तक पहुंचाया. इस तरह उसने करीब 7 से 8 करोड़ रुपये अवैध रूप से सौम्या चौरसिया के लिए प्राप्त किए.

डिजिटल सबूत और चैट्स ने खोली परतें

जांच में सूर्यकांत तिवारी और अन्य आरोपियों के मोबाइल से डिजिटल साक्ष्य, व्हाट्सएप ग्रुप चैट्स और रियल-टाइम एंट्रियां मिलने की बात कही गई है, आरोप है कि इनमें ‘जय' के नाम से कई प्रविष्टियां दर्ज हैं.

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