CG Dhan Kharidi 2024: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर तैयारयां लगभग पूरी हो गई है. प्रदेश में 14 नवंबर से धान की खरीदी शुरू हो जाएगी. लेकिन इससे पहले गोरेला पेंड्रा मरवाही किसानों ने अपनी समस्याएं सामने रखी हैं. किसानों की चिंता है कि क्या उनकी उपज 31,00 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बिक पाएगी.
राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि सरकार प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी करेगी और 3100 रुपये प्रति का क्विंटल का भुगतान करेगी.
इस बीच किसानों का कहना है कि सरकार धान खरीदी मूल्य की घोषणा तो कर देती है, लेकिन जब धान खरीदी की बारी आती है तो उनको नियमों-मापदंडो में बांध दिया जाता है.
एक किसान अखिलेश नामदेव का कहना है कि उनके उत्पादन की खरीदी का पैमाना बता कर उनके धान को लेने में नानुकूर किया जाता है. कभी नमी है, कभी पाखड़ है, कभी सूखती के नाम पर उनके धान को खरीदा नहीं जाता.
वहीं कुछ किसानों का मानना है कि गर्मी में पैदा की गई धान की फसल को नहीं खरीदा जाता, जबकि छत्तीसगढ़ को धान का प्रमुख फसल उत्पादन प्रदेश माना गया है. उन्होंने पूछा कि फिर गर्मी के उत्पादित धान और बारिश के उत्पादित धान की फसल पर अंतर क्यों? उनकी सभी तरह के धान, चाहे वो गर्मी का पैदावार हो या बारिश का सबकी खरीदी होनी चाहिए.
धान के अवैध परिवहन को लेकर चेकिंग
प्रशासन की ओर से अवैध धान के परिवहन को लेकर लगातार चेकिंग शुरू कर दी गई है. इसी के तहत चेकिंग के दौरान बेमेतरा जिला प्रशासन ने धान से भरे दो ट्रक को रोक कर पूछताछ की तो वाहन चालक के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया. इसके बाद जिला प्रशासन की टीम ने दोनों पर कार्रवाई की. यह वाहन मध्य प्रदेश के सिहोरा से छत्तीसगढ़ के चरोदा आ रहा था, लेकिन धान को चरोदा के बजाय जिले के बेरला में स्थित धनलक्ष्मी राइस मिल ले जाया जा रहा था. फिलहाल दोनों ट्रकों में 60 टन धान भरा हुआ है.
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