CBI Raid in Raipur & Bhilai: महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी (Mahadev Book Online Betting App) मामले में बुधवार को सीबीआई की टीम (CBI) 14-15 घंटे की छापामारी के बाद आवास से निकल गई. सबसे आखिर में सीबीआई की टीम भिलाई से रवाना हुई. सीबीआई की टीम के रवाना होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल समर्थकों के बीच पहुंचे और उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
रायपुर से सीबीआई की टीम लगभग सात बजे ही चली गई, लेकिन भूपेश बघेल और भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के घर छापेमारी जारी रही और फिर लगभग 09:15 बजे तक टीम निकल गई. इसके अलावा CBI ने भिलाई में आईपीएस अभिषेक पल्लव के सेक्टर-9 स्थित बंगले और सिपाही नकुल और सहदेव के नेहरू नगर स्थित घर में भी छापा मारा था.
आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं
दुर्ग जिले के भिलाई स्थित अपने आवास परिसर में समर्थकों के बीच पहुंचे भूपेश बघेल ने कहा, अभी भी महादेव सट्टा चल रहा है और डबल इंजन की सरकार है. ये अभी तक सुरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को पकड़ कर नहीं ला सके हैं. मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में प्रदीप मिश्रा प्रवचन कर रहे हैं. उनसे जाकर पूछो कि प्रदीप मिश्रा से उनके क्या संबंध हैं. उन्होंने कहा कि आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
असली दस्तावेज ले गए
उन्होंने कहा कि 15 दिन पहले ED ने छापामारी की थी. इनको (सीबीआई) और क्या मिलेगा? ED वाले जमीन और जायदाद की फोटो कॉपी ले गए थे और ये ओरिजनल ले गए. साथ ही बताया कि सीबीआई की टीम उनके तीन मोबाइल भी ले गई है.
उन्होंने कहा कि शराब की जांच करने आते हैं और संपत्ति की जांच करते हैं. महादेव सट्टा को लेकर ना कोई सवाल पूछा गया और ना कोई दस्तावेज मिला. भूपेश बघेल ने कहा कि सभी एजेंसियां एक साथ आ जाएं और जांच कर लें.
रायपुर में मेरे बिना हुई छापामारी
भूपेश बघेल ने कहा, मुझे एक नोटिस देकर दूसरी जगह भी छापा मारा गया. रायपुर स्थित आवास से वह क्या ले गए, किसी को कोई जानकारी नहीं है. वहां की जांच मेरी उपस्थिति में नहीं हुई है और ना ही मुझे बताया गया था.
उन्हें मिर्ची लगी है...
उन्होंने कहा, मुझे कांग्रेस का पंजाब प्रभारी बनाने से उन्हें मिर्ची लगी है, इसलिए 15-15 दिन में छापा मार रहे हैं. पहले मेरी जमीनों के दस्तावेज ईडी ले गई, अब CBI भी वही ले गई. उन्होंने कहा कि आज एक महत्वपूर्ण बैठक थी, जिसमें मैं सदस्य था. CBI के आने की वजह से जा नहीं सका.
सीबीआई ने क्या कहा
CBI ने अपने बयान में कहा, महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले की जांच में बुधवार को छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में 60 स्थानों पर तलाशी ली. इनमें राजनेताओं, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, महादेव बुक के प्रमुख पदाधिकारियों और मामले में शामिल होने के संदिग्ध अन्य निजी व्यक्तियों से जुड़े परिसर शामिल हैं. यह मामला महादेव बुक एक अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप है, जिसे वर्तमान में दुबई में रह रहे रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर चला चलाता है. जांच से पता चला है कि प्रमोटरों ने अपने अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के सुचारू और निर्बाध संचालन को सुनिश्चित करने के लिए कथित तौर पर लोक सेवकों को "सुरक्षा राशि" के रूप में काफी मात्रा में रकम का भुगतान किया.
शुरुआत में आर्थिक अपराध विंग (ईओडब्ल्यू, EOW) रायपुर ने मामला दर्ज किया था. इसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और अन्य आरोपी व्यक्तियों की भूमिका की जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया था. तलाशी के दौरान डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य पाए गए और उन्हें जब्त कर लिया गया. मामले में तलाशी जारी है.
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