Surajpur Damaged Bridge: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सूरजपुर जिला मुख्यालय से करीब 45 किमी दूर भैंसामुंडा (Bhaisamunda) में महान नदी बहती है, जो जिलेवासियों की प्यास बुझाने का काम भी करती है. लेकिन, इस नदी पर खड़ा पुल, जिस पर हर दिन हजारों की संख्या में भारी वाहन गुजरते हैं, अब बूढ़ा हो चुका है... इस पुल से गुजरने वाले व क्षेत्रवासियों के लिए हमेशा डर व परेशानी का बनी रहती है. इस पुल की लंबे समय से देखभाल और मरम्मत भी नहीं हुई है.
सुरजपुर के भौंसामुण्डा में महान नदी पर बना पुल जर्जर
70 साल का हुआ महान नदी पुल
अंबिकापुर-बनारस मेन रोड पर लगभग 70 साल पहले भैंसामुंडा में महान नदी पर पुल का निर्माण किया गया था. लेकिन, कुछ साल पहले हुई बारिश और बाढ़ की वजह से यह पुल जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया. पुल में दरारें साफ दिखाई दे रही हैं, तो छड़ भी बाहर निकल आए हैं और पुल के नीचे लगे पीलर से बेरिंग ढह गया है. इसके कारण भारी वाहन के गुजरते ही पुल में कंपन शुरू हो जाता है.
जर्जर पड़ा पुल, कोई देखने-सुनने वाला नहीं
भारी वाहन ड्राइवर भी परेशान
इस पुल से हर दिन सैकड़ों की संख्या में भारी मालवाहक वाहनों के अलावा सैकड़ों यात्री बसें व छोटी गाड़ियां गुजरती हैं. लेकिन, जर्जर हो चुके पुल से ड्राइवर भी परेशान हैं. इनका कहना है कि रोड टैक्स तो सरकार बराबर लेती है, लेकिन ऐसे खतरनाक पुल के सुधार की दिशा में सरकारें कोई पहल नहीं करती.
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सवालों से बच रहे जिम्मेदार
हालांकि, पूरे मामले में सेतु विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कैमरे पर कुछ भी नहीं कह रहे. लेकिन ऑफ रिकॉर्ड यह मान रहे कि पुल पुरानी पद्धति से बना है, जिसकी वजह से नीचे पीलर का मरम्मत संभव नहीं. नए पुल के लिए सरकारी स्तर पर पत्राचार जारी है.
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