Bridge Took Mother's Life: टूटा था पुल, वाया उत्तर प्रदेश छत्तीसगढ़ पहुंचे परिजन, प्रसूता ने रास्ते में तोड़ा दम

Pregnant Women Death: भारी बारिश में धराशाई हुए एक पुल की वजह से एक प्रसूता की जान चली गई. इसमें प्रशासन की उदासीनता उजागर हुई है, क्योंकि लेबर पेन से पीड़ित प्रसूता को इलाज के लिए परिजनों को 30 किमी दूर वाया उत्तर प्रदेश होकर अस्पताल जाना पड़ा, जिससे रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

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फाइल फोटो

Pregnant Lost Life Due To Bridge Collapsed: छत्तीसगढ़ में हो रही बारिश से टूटे एक पुल ने रविवार को एक की प्रसूता जान ले ली. पुल टूटने के चलते परिजन प्रसव पीड़ा से परेशान पीड़िता को लेकर देरी से अस्पताल पहुंचे, जिससे पीड़िता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. गर्भवती मां की मौत की बड़ी वजह टूटा हुआ था, जिसके चलते परिजनों को उत्तर प्रदेश होकर अस्पताल जाना पड़ा.

भारी बारिश में धराशाई हुए एक पुल की वजह से एक प्रसूता की जान चली गई. इसमें प्रशासन की उदासीनता उजागर हुई है, क्योंकि लेबर पेन से पीड़ित प्रसूता को इलाज के लिए परिजनों को 30 किमी दूर वाया उत्तर प्रदेश होकर अस्पताल जाना पड़ा, जिससे रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

वाया उत्तर प्रदेश अस्पताल पहुंची प्रसूता, रास्ते में तोड़ा दम

रिपोर्ट के मुताबिक पुल टूटने से कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं होने के कारण परिजन पीड़ितों को इलाज के लिए उत्तर प्रदेश के रास्ते जिले के रघुनाथ नगर सरकारी अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गर्भवती महिला को बेहतर इलाज के लिए वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रेफर किया गया, लेकिन महिला ने रास्ते में दम तोड़ दिया.

भारी बारिश में पानी के तेज बहाव बह गया था पुल  

मामला वाड्रफनगर विकासखंड के चर्चरी गांव का है, जहां पर एक सप्ताह पहले बरन नदी पर बना पुल पानी के तेज बहाव मे बह गया था, जिसके कारण बभनी और चर्चरी गांव का संपर्क ब्लाक मुख्यालय से टूट चुका था. बीते रविवार को चर्चरी गांव की गर्भवती महिला की तबियत अचानक बिगड़ गई, लेकिन उपचार से मिलने से पहले उसकी दर्दनाक मौत हो गई.

अस्पताल के लिए प्रसूता ने तय किया 30 किमी का अतिरिक्त सफर 

प्रसूता लेबर पेन से झटपटा रही थी, लेकिन पुल टूटने और कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं होने से परिजन पीड़िता को रघुनाथपुर सरकार अस्पताल तक पहुंचाने के लिए जोखिम भरा रास्ता चुनना पड़ा. परिजन को उत्तर प्रदेश जाना पड़ा, फिर वहां से करीब 3- किमी अतिरिक्त सफर तय करके अस्पताल पहुंचे.

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चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज के लिए वाड्रफनगर किया रेफर

30 किमी अतिरिक्त सफर तय करके परिजन प्रसूता को किसी तरह रघुनाथपुर स्थित स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, लेकिन वहां प्राथमिक इलाज के बाद चिकित्सकों ने वाडफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए रेफर कर दिया. इलाज में पहले ही काफी देर हो गई थी, परिजन महिला को लेकर वाडफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहे थे, लेकिन पीड़िता ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.

समय पर इलाज मिलता तो बच सकती थी प्रसूता की जान

माना जा रहा है कि प्रशासन की लापरवाही के चलते पीड़िता को अस्पताल पहुंचने में देरी हो गई अन्यथा पीड़िता पर समय से अस्पताल पहुंच जाती  और समय पर इलाज मिलता तो उसकी जान बच सकती थी. प्रशासन अगर हफ्ते पहले टूटे पुल की कोई वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था कर सकता तो मृतका को लम्बा चक्कर नहीं लगाना पड़ता.

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बाइट .०१- मृतक महिला का पति।