हिम्मत ही नहीं, नक्सलियों के हौसले भी हो रहे पस्त, अब नामोनिशान पर सुरक्षाबलों की गहरी चोट

Anti Naxal Movement: बीजापुर जिले में एक सघन सर्च ऑपरेशन सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किया. थाना पामेड़ और तर्रेम क्षेत्र में संचालित दो अलग-अलग सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने माओवादियों द्वारा बनाए स्मारकों को भी ध्वस्त कर दिया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Security force broken monuments of Maoist in a search operation Bijpaur

Anti Naxal Operation: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादी विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए माओवादियों के नामोंनिशान पर गहरी चोट की है. गुरुवार को सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों के बनाए स्मारकों को ध्वस्त किया. एंटी नक्सल ऑपरेशन से नक्सली हलकान नक्सलियों पर सुरक्षाबल दूरी बना रहे हैं, लेकिन सुरक्षा बलों द्वारा जड़ों पर किए जा रहे हमलों से माओवादी आंदोलन खात्मे की ओर अग्रसर होने लगा है. 

बीजापुर जिले में एक सघन सर्च ऑपरेशन सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद किया. थाना पामेड़ और तर्रेम क्षेत्र में संचालित दो अलग-अलग सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने माओवादियों द्वारा बनाए स्मारकों को भी ध्वस्त कर दिया.

ये भी पढ़ें-शहीद के माता-पिता को युवाओं ने गिफ्ट किया शानदार घर ! 19 साल से 'टरका' रहा था प्रशासन

सुरक्षा बलों ने जंगलों में माओवादियों द्वारा निर्मित स्मारक को ध्वस्त कर दिया

रिपोर्ट के मुताबिक थाना पामेड़ क्षेत्र में कोबरा 208, केरिपु 228 और जिला सुकमा से आई कोबरा 203 की संयुक्त टीम ने माओवादी विरोधी अभियान के तहत गुंडराजगुड़ेम, बड़सेनपल्ली, मंगलतोर और उड़तामल्ला की ओर सघन सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान ग्राम उड़तामल्ला के जंगलों में माओवादियों द्वारा निर्मित स्मारक को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया.

सुरक्षाबलों ने माओवादियों द्वारा छिपाए विस्फोटक सामग्री बरामद किया

वहीं, थाना तर्रेम क्षेत्र में जिला बल, थाना तर्रेम और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (केरिपु) की 170वीं बटालियन की संयुक्त टीम ने कोमटपल्ली के जंगलों में सर्चिंग अभियान चलाया. इस अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली और माओवादियों के छिपाए गए भरमार बंदूक, बीजीएल राउंड एवं रॉड, बीजीएल पार्ट्स, विस्फोटक निर्माण सामग्री बरामद किए.

Advertisement

ये भी पढ़ें-भोपाल मेट्रो ने तुर्किये कंपनी से तोड़ा करार, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्रोन सप्लाई को लेकर हुआ था विवाद

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त करने की बात कही है. उन्होंने नक्सलियों से भी अपील की कि वह मोदी सरकार की आत्मसमर्पण नीति को अपनाकर यथाशीघ्र हथियार डालें और मुख्यधारा में शामिल हों.

ये भी पढ़ें-MP Board Time Table: माध्यमिक शिक्षा मंडल ने जारी किया एमपी बोर्ड का टाइम टेबल, जानें कब होंगे 10वीं और 12वीं बोर्ड के एग्जाम

Advertisement

अधिकारी बोले, सर्चिंग जारी रहेगी, ताकि गतिविधियों को जड़ से खत्म किया जा सके

अधिकारियों के मुताबिक, क्षेत्र में कैंप स्थापना के बाद माओवादियों के स्मारक, अस्थायी ठिकाने और ट्रेनिंग कैंप को नष्ट किया गया है. यह कार्रवाई माओवादी नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है. सुरक्षा बलों ने बताया कि इलाके में लगातार गश्त और सर्चिंग जारी रहेगी, ताकि माओवादी गतिविधियों को जड़ से खत्म किया जा सके.

दिसंबर 2023 से अब तक राज्य में सुरक्षा बलों के हाथों मारे जा चुके हैं 450 माओवादी

गौरतलब है दिसंबर 2023 से अब तक राज्य में करीब 450 माओवादी मारे जा चुके हैं. इसके अलावा, 1,500 से ज्यादा माओवादियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, 1,500 से ज्यादा माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों ने नक्सलियो ंके खिलाफ सुरक्षा बलों लगातार जारी है और रोजान नक्सली सरेंडर कर रहे हैं या गिरफ्तार हो रहे हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें-CG Land Scam: 765 एकड़ जमीन घोटाले में बड़ा एक्शन, अब 5 किए गए नामजद, 2 पटवारी पहले हो चुके हें संस्पेंड