Miscarriage Case: कविता का इंजेक्शन मुझे लगा दिया और मेरा गर्भपात हो गया... महिला के आरोपों की प्रशासन करेगा जांच 

CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के अस्पताल में एक महिला का गर्भपात हो गया. आरोप है कि कविता नाम की किसी महिला का इंजेक्शन उसे लगा दिया गया. इस मामले के सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. प्रशासन ने जांच टीम का गठन कर दिया है.

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गलत इंजेक्शन की वजह से मिला का गर्भपात हो गया.

Miscarriage of Pregnant Woman: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सिम्स अस्पताल में इलाज के दौरान एक गर्भवती महिला का गर्भपात होने का मामला सामने आया है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगाए जाने के कारण गर्भपात हुआ, जबकि सिम्स प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर अवनीश शरण ने चार सदस्यीय जांच समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं.

क्या है पूरा मामला?

कोटा क्षेत्र की रहने वाली 24 साल की गिरजा साहू को 13 मार्च को पेट में दर्द की शिकायत पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए सिम्स रेफर किया गया. अस्पताल में इलाज के बाद उसकी तबीयत में सुधार होने लगा. लेकिन 14 मार्च की सुबह उसे एक इंजेक्शन दिया गया, जिसके कुछ देर बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ गई और पेट में तेज दर्द शुरू हो गया.

डॉक्टरों ने परिजनों को सोनोग्राफी कराने की सलाह दी, जिसके लिए वे एक निजी अस्पताल गए. दोपहर 2 बजे आई रिपोर्ट में पता चला कि महिला का गर्भपात हो चुका है.

इस खबर से आक्रोशित परिजनों ने सिम्स अस्पताल प्रशासन पर गलत इंजेक्शन देने का आरोप लगाते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.

परिजनों का आरोप

पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि उसे दिया गया इंजेक्शन किसी अन्य मरीज के लिए था. उसने दावा किया कि एक वरिष्ठ नर्सिंग स्टाफ ने उसकी मां से कहा कि यह इंजेक्शन "कविता" नाम की किसी मरीज के लिए था. परिजनों का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण पांच महीने का गर्भ नष्ट हो गया, जिससे परिवार मानसिक तनाव में है.

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सिम्स प्रशासन का पक्ष

सिम्स अस्पताल के महिला रोग विभाग की प्रमुख डॉ. संगीता जोगी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मरीज को गर्भपात कराने वाला कोई इंजेक्शन नहीं दिया गया था. उनके अनुसार, उसे केवल रक्तस्राव रोकने के लिए सामान्य दवा दी गई, जो पहले भी दी जा चुकी थी.

सिम्स के अधीक्षक डॉ. लखन सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद प्रतीत हो रहे हैं, लेकिन मामले की गहन जांच के आदेश दिए गए हैं ताकि वास्तविकता सामने आ सके.

जांच समिति का गठन

कलेक्टर अवनीश शरण ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चार सदस्यीय जांच समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं. यह समिति पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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सिम्स में लापरवाही के आरोप जारी

सिम्स अस्पताल में इससे पहले भी लापरवाही के कई मामले सामने आ चुके हैं। इस घटना के बाद एक बार फिर अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। अब सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह स्पष्ट होगा कि मामले में अस्पताल की लापरवाही थी या यह एक संयोग मात्र था. 

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