छत्तीसगढ़ में ACB की बड़ी कार्रवाई: लाखों रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए 3 अधिकारी, किया गिरफ्तार

Chhattisgarh Crime: छत्तीसगढ़ के तीन-तीन अधिकारियों को घूसखोरी लेने के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया. साथ ही ACB ने तीनों अफसरों को ससपेंड भी कर दिया है.

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छत्तीसगढ़ में लगातार एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम जगह-जगह छापेमारी कर रही है. इसी क्रम में ACB की टीम ने अम्बिकापुर और बिलासपुर में छापा मारा. इस छापेमारी में अम्बिकापुर नगर निवेश के दो अधिकारी 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए. वहीं बिलासपुर में आरआई संतोष देवांगन को रंगे हाथों एक लाख रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया गया.  

जमीन सीमांकन को लेकर तोरवा के किसान से 1 लाख रुपये रिश्वत मांग रहे आरआई को तहसील कार्यालय में एसीबी बिलासपुर की टीम ने गिरफ्तार कर लिया. शुक्रवार, 17 मई की दोपहर करीब 12 बजे हुई इस कार्रवाई के बाद कार्यालय में हड़कंप मच गया. मोपका क्षेत्र निवासी किसान ने एसीबी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी जमीन के सीमांकन को लेकर आरआई संतोष कुमार देवांगन लंबे समय से टालमटोल कर रहा है.

1 लाख की घूस लेते तहसील कार्यालय के आरआई को दबोचा

बिलासपुर तहसील कार्यालय में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे थे. दरअसल, तोरवा निवासी प्रवीण कुमार तरुण ने शिकायत की थी कि तमाम वैध दस्तावेज होने के बाद भी आरआई  संतोष देवांगन के द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है, वहीं शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम शुक्रवार को तहसील कार्यालय में छापेमारी की कार्रवाई की. इस दौरान ACB के अधिकारियों ने आरआई संतोष देवांगन को रंगे हाथों एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया.

बता दें कि ACB के अधिकारियों  ने लगातार 5 घंटे तक कार्रवाई की. इस कार्रवाई में एंटी करप्शन ब्यूरो के टीम ने  रिश्वतखोर आरआई संतोष देवांगन, उससे जब्त पैसे और दस्तावेजों को अपने साथ ले गई.

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35 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए सहायक संचालक व मानचित्रकार 

इधर, शुक्रवार को ही एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अंबिकापुर नगर निवेश कार्यालय के सहायक संचालक और सहायक मानचित्रकार को 35 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. दोनों अधिकारियों ने अनापत्ति प्रमाणपत्र देने के बदले 35 हजार रुपये की मांग की थी.

शिकायत मिलने के बाद की गई कार्रवाई

दरअसल, बीते कुछ दिनों पहले एसीबी को शिकायत मिली थी कि नगर निवेश कार्यालय के सहायक संचालक और सहायक मानचित्रकार ने अनापत्ति प्रमाणपत्र देने के बदले 35 हजार रुपये की मांग की है. ये शिकायत अंबिकापुर के मोमीनपुरा निवासी मो. वसीम बारी ने जमीन संबंधी डासर्वन किया था. इस शिकायत में उन्होंने कहा था कि अनापत्ति प्रमाणपत्र के बदले अनापत्ति नगर और ग्राम निवेश में पदस्थ सहायक संचालक बाल कृष्ण चौहान और सहायक मानचित्रकार निलेश्वर कुमार ध्रुव ने 35 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की है. साथ ही आवेदन में लिखा था कि पैसा नहीं देने पर अधिकारियों के द्वारा वसीम को पिछले दो माह से कार्यालय का चक्कर कटवा रहे थे.

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वहीं शिकायत दर्ज होने के बाद दोनों अधिकारियों को पकड़ने के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने योजना बनाई और शुक्रवार को अंबिकापुर नगर निवेश कार्यालय में छापेमारी की.

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अधिकारियों को पकड़ने के लिए ACB की टीम ने बनाई योजना

जानकारी के मुताबिक, एसीबी की टीम ने शुक्रवार की दोपहर 2 बजे अंबिकापुर के नमनाकला स्थित नगर और ग्राम निवेश कार्यालय पहुंचकर शिकायतकर्ता वसीम बारी को 35 हजार रुपये लेकर भेजा. जैसे ही उन्होंने सहायक संचालक और सहायक मानचित्रकार को रिश्वत दी, वैसे ही एसीबी की टीम ने दोनों को दबोच लिया.

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साथ ही एंटी करप्शन की टीम ने अधिकारियों के पास से केमिकल लगा नोट बरामद किया और फिर दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि दोनों अधिकारियों के खिलाफ एंटी करप्शन एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है.

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