Big action on illegal paddy storage: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला प्रशासन ने अवैध धान के संग्रहण और उसे समितियों में खपाने की कोशिशों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. सोमवार को खाद्य, राजस्व और मंडी विभाग की संयुक्त टीम ने कलेक्टर के निर्देश पर छापा मारकर 4 प्रतिष्ठानों से 483 क्विंटल धान जब्त किया. इस धान की अनुमानित कीमत 15 लाख रुपये है.
छापेमारी का विवरण
खाद्य अधिकारी अनुराग भदौरिया ने बताया कि कार्रवाई के दौरान जिले के विभिन्न स्थानों पर गोदामों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की जांच की गई. कोटा विकासखंड के ग्राम चंगोरी स्थित "जय माता दी मुर्रा उद्योग" में 232 क्विंटल (580 बोरी) धान बिना वैध दस्तावेजों के मिला. गोदाम संचालक राधेश्याम साहू न तो स्टॉक रजिस्टर प्रस्तुत कर सके और न ही धान का स्रोत प्रमाणित कर सके. इस पर मंडी अधिनियम के तहत धान जब्त कर कार्रवाई की गई.
तखतपुर विकासखंड के ग्राम अमसेना में "श्री राम ट्रेडर्स" के गोदाम से 42.80 क्विंटल धान जब्त किया गया. यहां भी संचालक वैध दस्तावेज दिखाने में असमर्थ रहा. बोदरी तहसील के ग्राम चकरभाठा में "जयश्री कृपा" के संचालक संतोष कुमार फोटानी के पास से 148 क्विंटल और सुरेश पंजवानी के गोदाम से 60 क्विंटल धान जब्त किया गया.
अवैध धान की खरीद-फरोख्त पर सख्ती से नजर
प्रशासन का कहना है कि यह अभियान धान के अवैध संग्रहण और विक्रय को रोकने के लिए चलाया गया है. अवैध धान की खरीद-फरोख्त पर सख्ती से नजर रखी जा रही है ताकि किसानों और सरकारी समितियों को नुकसान न हो. जब्त किए गए धान के गोदामों को सील कर दिया गया है, और संबंधित प्रोपाइटरों के खिलाफ मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है. प्रशासन का जिले में अवैध धान के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा. ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि धान व्यापार में पारदर्शिता और वैधता बनी रहे.
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