Naxalite Surrender: उत्तर बस्तर का टॉप नक्सल लीडर राजू सलाम टीम के साथ कर सकता हैं आत्मसमर्पण, बसें पहुंची

Naxalite Surrender: छत्तीसगढ़ के बस्तर मे अंदरूनी इलाकों में बढ़ते पुलिस कैम्प, शासन की नई पुनर्वास नीति और ‘नियद नेल्लानार' योजना का असर अब मैदान में साफ दिखने लगा है. सुकमा के बाद अब कांकेर से बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर की खबर सामने आयी है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Naxalite Surrender: उत्तर बस्तर के टॉप नक्सल लीडर्स कर सकते हैं आत्मसमर्पण, बसों में भरकर पहुंचे नक्सली

Naxalite Surrender: छत्तीसगढ के सुकमा में बुधवार को 50 लाख रुपए के कुल ईनामी सहित 27 सक्रिय माओवादियों ने मानवता की राह पकड़ी और आत्मसमर्पण कर दिया. वहीं अब एक और बड़ी खबर सामने आ रही है कांकेर से जहां उत्तर बस्तर का टॉप लीडर राजू सलाम, नक्सल कमांडर प्रसाद, मीना समेत बड़ी संख्या में माओवादियों का सरेंडर करने पहुंचने हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार  पूरी टीम के साथ कर ये नक्सली लीडर सरेंडर कर सकते हैं. कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ के बस्तर मे अंदरूनी इलाकों में बढ़ते पुलिस कैम्प, शासन की नई पुनर्वास नीति और ‘नियद नेल्लानार' योजना का असर अब मैदान में साफ दिखने लगा है.

नक्सली सरेंडर का आज बड़ा दिन

महाराष्ट्र से लेकर छत्तीसगढ़ तक 24 घंटे के भीतर करीब 90 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं. सबसे बड़ा सरेंडर आज महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में हुआ, जहां नक्सल लीडर सोनू दादा ऊर्फ भूपति ने अपने 60 साथियों के साथ सरेंडर कर दिया. सोनू दादा के सरेंडर करते ही सुकमा में भी 27 नक्सलियों ने प्रशासन के सामने हथियार डाल दिए. वहीं कोंडागांव में पूर्वी डिवीजन की टेलर कमाण्डर और 5 लाख की इनामी महिला नक्सली ने सरेंडर  किया है. इन सबके बीच बड़ी खबर कांकेर से है जहां कंपनी नंबर 5 का लीडर राजू सलाम सरेंडर कर सकता है.

सुकमा में क्या हुआ?

सुकमा में सरेंडर करने वालों में पीएलजीए बटालियन नंबर 01 के दो कुख्यात हार्डकोर माओवादी भी शामिल हैं. इसमें कुल 10 महिलाएं और 17 पुरुष हैं, जिन्होंने वर्षों तक जंगलों में हिंसा को अपना रास्ता बनाया था.

पुलिस ने क्या कहा?

सुकमा पुलिस अधीक्षक किरणचव्हाण की अगुवाई में यह आत्मसमर्पण एसपी ऑफिस, सुकमा में हुआ. इस मौके मौके पर डीआईजी सुरेश सिंह पायल, कोबरा 203 के गौरव कुमार, सीआरपीएफ 131 के अमितलप्रकाश, सीआरपीएफ217 के वीरेंद्र कुमार, एएसपी रोहित शाह और अभिषेक वर्मा जैसे अफसर मौजूद रहे. माओवादियों ने खुलकर बताया कि सुरक्षा बलों की लगातार मौजूदगी, गांवों तक पहुंचते पुलिस कैम्प और शासन की नई नीति ने उन्हें सोचने पर मजबूर किया. ऊपर बैठे बाहरी माओवादी नेताओं का भेदभाव और स्थानीय आदिवासियों के साथ हो रही हिंसा” – यही वजह बनी लौट आने की.

Advertisement

कोण्डागांव में भी ईनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण

जिला कोण्डागांव में महिला नक्सली गीता उर्फ कमली सलाम ने सरेंडर कर दिया. 05 लाख रुपये ईनामी, आत्मासमर्पित  महिला नक्सली पूर्वी बस्तर डिवीजन अंर्गत टेलर टीम कमाण्डर (ACM) पद पर सक्रिय थी.

यह भी पढ़ें : Cough Syrup Case: कफ सिरप मामले में एक और बच्चे ने तोड़ा दम, छिंदवाड़ा में 22वीं मौत

Advertisement