NDTV Impact: नौकरी से निकाले गए शिक्षक और आया को वापस देनी पड़ी नियुक्ति, झुका प्रशासन

11 Teacher and Nurse Fired: पैसों की कमी का हवाला देकर हटाए गए शिक्षकों और आया की खबर को एनडीटीवी ने प्रमुखता दिखाया था. खबर में स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने का हवाला दिया था. जिला प्रशासन ने शिक्षकों और आया को हटाने के लिए जारी हुए नोटिस को अब निरस्त कर दिया है.

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FIRED TEACHER AND NURSE REGAINED THE JOBS IN SWAMI ATMANAND UTKRISTH SCHOOL, BEMETARA, CG

Teachers Back In Jobs: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय से पैसे की कमी का हवाला देकर नौकरी से हटाए गए शिक्षको और आया की नौकीर प्रशासन ने बहाल कर दी है.  NDTV पर प्रमुखता से चलाए गए खबर का असर कहेंगे कि जिला प्रशासन को अपना फैसला बदलना पड़ा और उनकी नौकरी बहाल करनी पड़ गई है,

पैसों की कमी का हवाला देकर हटाए गए शिक्षकों और आया की खबर को एनडीटीवी ने प्रमुखता दिखाया था. खबर में स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने का हवाला दिया था. जिला प्रशासन ने शिक्षकों और आया को हटाने के लिए जारी हुए नोटिस को अब निरस्त कर दिया है.

नौकरी से निकालने की खबर सुन बेहोश हो गई थी एक शिक्षिका

गौरतलब है बीते अक्तूबर माह में 7 शिक्षकों और 4 आया समेत 11 को पैसों की कमी का हवाला देकर नौकरी से निकाल दिया था. यह खबर सुनते ही पिछले एक साल से सैलरी की बांट जोह रही एक शिक्षक बड़ा झटका लगा था और शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बेहोश हो गई थी.

छुट्टी वाले दिन कार्यालय बुलाकर शिक्षाकर्मियों की गई थी छुट्टी

रिपोर्ट के मुताबिक स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम प्री प्राइमरी स्कूल को गत 26 अक्तूबर को रविवार यानी छुट्टी वाले दिन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बुलाया था, जहां उन्हें सेवा समाप्ति का आदेश थमाया था, लेकिन अब जिला प्रशासन ने 7 प्री प्राइमरी शिक्षिका और 4 आया की नौकरी को बहाल कर दिया है.

स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम प्री प्राइमरी स्कूल में पिछले 5 साल से तैनात महिला शिक्षिकाओं और आया को बीते एक साल से वेतन भी नहीं दिया जा रहा था और अचानक एक दिन पैसों की कमी का हवाला देकर उनकी सेवा को समाप्त का आदेश दे दिया गया.

साल 2022 में हुई थी सभी 11 महिला टीचर्स और आया की नियुक्ति

उल्लेखनीय है साल 2022 में सभी 11 महिला टीचर्स और आया की नियुक्ति हुई थी. नौकरी से निकाले गए सभी शिक्षाकर्मियों का भुगतान खनिज न्यास मद के पैसे से किया जाता था. वर्ष भर से ज्यादा समय से भुगतान नहीं होने से परेशान होकर महिला टीचर्स ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था.

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