छत्तीसगढ़ के मरवाही वन मंडल में जंगलों में रह रहे भालू अब गांव और बस्तियों तक पहुंच रहे हैं. बीते 12 घंटों में भालुओं ने तीन अलग-अलग स्थानों पर तीन महिलाओं पर हमला कर दिया. इससे इलाके में दहशत का माहौल है. सभी घटनाएं मरवाही वन परिक्षेत्र की हैं. हमले में घायल महिलाओं में से दो का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाही में जारी है, जबकि एक महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया है.
जानकारी के अनुसार, हाल ही में मरवाही के जंगलों में लगातार आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं. इससे वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास प्रभावित हुआ है और वे अब भोजन-पानी की तलाश में रिहायशी इलाकों का रुख कर रहे हैं. इसी वजह से भालुओं के हमले की घटनाएं बढ़ती नजर आ रही हैं.
पहली घटना
पहली घटना करगीकला गांव की है. सुमित्रा दास गुरुवार शाम अपने आंगन में थी, तभी एक भालू ने अचानक उस पर हमला कर दिया. परिजन तुरंत उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाही लेकर पहुंचे, जहां उसका इलाज चल रहा है.
दूसरी और तीसरी घटना गुरुवार सुबह की है. गुल्लीडांड गांव की प्रमिला यादव और दिसोदिया गांव की बाई महुआ बीनने जंगल गई थीं, जहां भालू ने उन पर हमला कर दिया. दोनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हुईं. परिजनों ने तत्काल 112 और 108 एंबुलेंस की मदद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया.
एक महिला को गंभीर चोटें
प्रमिला यादव के चेहरे पर गहरी चोटें आईं, जिससे उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया. वहीं, दिसोदिया बाई के पैर में चोट आई है और उनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाही में चल रहा है. उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
मरवाही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाए गए
बीएमओ (मरवाही) डॉ हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि तीनों महिलाओं का प्रारंभिक उपचार करने के बाद प्रमिला बाई को चेहरे में गंभीर चोट होने के कारण बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है, जबकि अन्य दो महिलाएं फिलहाल खतरे से बाहर हैं.