Journalist Mukesh Chandrakar Murder Case: मुकेश की हत्या का विरोध, पत्रकार संगठनों ने कर दिया ये ऐलान

Journalist Mukesh Chandrakar Murder Bijapur: बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के विरोध में रायपुर प्रेस क्लब और छत्तीसगढ़ के पत्रकारों ने कैंडल मार्च निकालकर हत्यारों को फांसी देने की मांग की है. छत्तीसगढ़ के अन्य पत्रकार संगठनों ने भी इस घटना की निंदा की है और राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है.

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Bijapur Journalist Mukesh Chandrakar Murder Case: बीजापुर में युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर (Mukesh Chandrakar) की हत्या के विरोध (Protest) में स्थानीय नागरिकों और पत्रकार संगठनों (Journalist Organizations) ने 4 जनवरी को बीजापुर बंद और अस्पताल चौक पर दो घंटे के सांकेतिक चक्का जाम का आह्वान किया है. आयोजकों ने स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 5 जनवरी से अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया जाएगा. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस ने एक ठेकेदार के परिसर में सेप्टिक टैंक से लापता पत्रकार मुकेश का शव बरामद किया था. बीजापुर निवासी पत्रकार मुकेश चंद्राकर एक जनवरी की रात से अपने घर से लापता थे. इस संबंध में उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिस परिसर से पत्रकार का शव बरामद किया गया है वह परिसर ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का है. परिसर में बैडमिंटन कोर्ट और नौकरों के लिए क्वार्टर है.

मुख्यमंत्री ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की दुखद मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए शोकसंतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बीजापुर के युवा और समर्पित पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी की हत्या का समाचार अत्यंत दु:खद और हृदयविदारक है. मुकेश जी का जाना पत्रकारिता जगत और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है. इस घटना के अपराधी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने के निर्देश हमने दिए हैं. उन्होंने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करें.

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क्या है मांगे?

स्थानीय नागरिकों और पत्रकार संगठनों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकार और प्रशासन से निम्नलिखित मांगें रखी गई हैं:

  • संपत्ति जब्त:  सुरेश चंद्राकर की बीजापुर और बस्तर संभाग में स्थित सभी संपत्तियों को जब्त कर सरकारी संपत्ति घोषित किया जाए.
  • कड़ी सजा: हत्याकांड में शामिल सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर और अन्य आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज की जाए और उन्हें फांसी की सजा दी जाए.
  • सुरक्षा हटाई जाए: सुरेश चंद्राकर की सुरक्षा में तैनात जवानों को तत्काल हटाया जाए.
  • टेंडर और खाते रद्द: सुरेश चंद्राकर को दिए गए सभी टेंडर रद्द किए जाएं. उनके बैंक खाते और पासपोर्ट सील किए जाएं.
  • अवैध निर्माण पर कार्रवाई: घटना स्थल चट्टान पारा के अवैध बाड़े को नष्ट किया जाए. गंगालूर रोड स्थित उनके प्लांट को सील किया जाए और गाड़ियों को राजसात किया जाए.
  • शहीद का दर्जा: युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर को शहीद का दर्जा दिया जाए.
रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर व महासचिव डॉ. वैभव शिव पांडेय ने कहा कि रायपुर प्रेस क्लब यह मांग करता है कि इस हत्याकांड की एसआईटी से जांच करवाई जाए और हत्यारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. 

अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी

पत्रकार संगठनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं होती है, तो 5 जनवरी से बीजापुर में अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया जाएगा.

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