Bamboo Rafting Starts at Kumharrash Dam: दंतेवाड़ा जिले में पर्यटन को नई दिशा देने की पहल के तहत कुम्हाररास बांध में बैंबू राफ्टिंग की शुरुआत की गई है. इस इको-टूरिज़्म परियोजना का औपचारिक शुभारंभ प्रदेश के वन मंत्री केदार कश्यप ने किया. इस अवसर पर दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अतामी और जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी भी उपस्थित रहे.
हरी-भरी वादियों के बीच सैलानियों को मिलेगा नया अनुभव
कुम्हाररास बांध में शुरू हुई बैंबू राफ्टिंग पूरी तरह से प्राकृतिक वातावरण के बीच स्थित है. स्थानीय कारीगरों द्वारा बांस से तैयार की गई राफ्ट स्थानीय कला और रोजगार दोनों को बढ़ावा देती है. सैलानी अब दंतेवाड़ा की हरियाली, जलाशय की सुंदरता और आसपास के घने जंगलों का आनंद नजदीक से उठा सकेंगे.
वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि इस परियोजना से स्थानीय युवाओं को रोजगार और प्रशिक्षण के अवसर मिलेंगे तथा जिले में इको-टूरिज़्म को नई उड़ान मिलेगी. उन्होंने बताया कि “दंतेवाड़ा के प्राकृतिक और धार्मिक स्थलों को जोड़कर एक सशक्त पर्यटन सर्किट तैयार किया जा रहा है.”
वन विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त पहल
दंतेवाड़ा कलेक्टर कुणाल दुदावत ने बताया कि बैंबू राफ्टिंग परियोजना वन विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त पहल है. राफ्टिंग के साथ-साथ जिले में जंगल सफारी, ट्रेकिंग, होमस्टे और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसी गतिविधियाँ भी विकसित की जा रही हैं. इन पहलों से स्थानीय लोगों की आजीविका में सुधार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा.
इसके अलावा जिले में ढोलकल गणेशजी मंदिर, बारसूर के प्राचीन मंदिरों और दंतेश्वरी मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य भी जारी हैं, जिससे धार्मिक पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा.
“दंतेवाड़ा के विकास की नई दिशा”–चैतराम अतामी
विधायक चैतराम अतामी ने कहा कि कुम्हाररास बांध में शुरू हुई यह पहल दंतेवाड़ा को आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक सशक्त कदम है. उन्होंने वन मंत्री केदार कश्यप और प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय में ऐसे और भी प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे, जिनसे स्थानीय समुदायों को सीधा लाभ मिलेगा.