Balrampur Robbery Case: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में दिनदहाड़े करोड़ों की हुई लूट मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. 11 सितंबर को रामानुजगंज शहर के राजेश ज्वेलर्स में बंदूक की नोक पर हुए दिनदहाड़े करोड़ों रुपए के सोने-चांदी और नगदी की लूट के वारदात को अंजाम देने वाले आदतन इनामी आरोपियों को बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस दौरान वारदात के मुख्य सरगना और उसकी गर्लफ्रेंड समेत सभी 6 आरोपियों को पुलिस ने दिल्ली और अन्य जगहों से गिरफ्तार किया.
जानकारी के मुताबिक, जिले के रामानुजगंज थाना से दो मीटर दूरी पर स्थित जिले की सबसे बड़ी ज्वेलरी शॉप राजेश ज्वेलर्स में 11 सितंबर को अज्ञात हथियार बंद लुटेरों ने लूट की एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया था. लुटेरे पहले हथियार लेकर ज्वैलरी दुकान में प्रवेश किए थे और दुकान संचालक पर बंदूक तान मारपीट कर छह किलो सोना, सात लाख नगदी सहित मोबाइल फोन लेकर झारखंड की ओर फरार हो गए थे. मामले की शिकायत ज्वेलर्स संचालक राजेश सोनी ने रामानुजगंज थाने में की थी. पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई थी.
पुलिस को ऐसे मिली कामयाबी
तत्कालीन बलरामपुर एसपी राजेश अग्रवाल ने घटना के तुरंत बाद आरोपियों की धर-पकड़ के लिए एएसपी बलरामपुर शैलेंद्र पाण्डेय की अगुवाई में पुलिस टीम बनाई गई और झारखंड, बिहार, चंडीगढ़ भेजी गई थी. वहीं राजेश अग्रवाल के तबादला के बाद नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक वैभव ने लूट की घटना के सभी बिंदुओं का अध्ययन-अवलोकन कर नए सिरे से टीमों का गठन कर उनको झारखंड, बिहार, दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब के लिए रवाना किया.
आरोपियों की तलाश में रवाना हुई पुलिस टीम की कड़ी मेहनत और साइबर सेल के सहयोग से दिल्ली में छुपे मुख्य अरोपी मोनू सोनी उर्फ राज सोनी उर्फ बुकी (24 वर्ष), पूरे वारदात का मास्टर मांइंड सोनू सोनी, उसके मामा अरविन्द सोनी और चोरी के जेवरात रखने वाली सोनू की गर्लफ्रैंड अंजनी एक्का को मोहाली से पुलिस ने हिरासत में लिया. इनके साथ आरोपियों की निशानदेही पर दो मुख्य अरोपी राहुल मेहता (22 वर्ष) और विक्की सिंह (24 वर्ष) को औरंगाबाद से पुलिस ने हिरासत में लिया.
आरोपियों ने ऐसे रची थी साजिश
पुलिस ने बताया कि मोनू सोनी उर्फ बुकी और उसके साथियों ने प्लान के मुताबिक घटना को अंजाम दिया था. लूट को अंजाम देने के बाद सभी पाचों आरोपी अलग-अलग रास्ते से झारखंड के बरवाडीह रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां प्लान के अनुसार, घटना का मास्टर प्लानर सोनू सोनी और डबलू गुप्ता बोलेरो वाहन लेकर खड़े थे, जहां लूट की गई सम्पत्तियों का आपस में बंटवारा कर सभी दूसरे-दूसरे ठिकाने पर फरार हो गए. इसके बाद आरोपी सोनू और मोनू ने कुछ जेवर को अरबिन्द सोनी के घर पर गला दिया, वहीं सोने को छुपाने के लिए मोनू के घर चैनपुर में जमीन में गाड़ दिया गया. इसी प्रकार आरोपी राहुल अपने हिस्से के जेवरात को अपने गांव महाबीरगंज में नदी के पास छिपा दिया था, वहीं विक्की सिंह ने अपने हिस्से के जेवर को घर में टीनसेड के नीचे छुपा दिया था. जबकि सोनू ने कुछ जेवर को अपने मामा अरविन्द सोनी के माध्यम से बेच कर मिले 5 लाख 80 हजार रुपए को अपनी गर्लफैण्ड अंजनी एक्का के एकाउंट में जमा कराया था.
आरोपियों से क्या-क्या बरामद हुए?
पुलिस के अनुसार, आरोपियों से लूट की गई सम्पत्तियां बरामद की गई, जिसमें 3.354 किलोग्राम सोना, 07 किलो 280 ग्राम चांदी, दो बैंक एकाउंट से 5 लाख 40 हजार रुपए, एक बोलेरो, दो अपाचे बाइक, दो पिस्टल समेत कुल 2 करोड़, 40 लाख रुपए की सामग्री जब्त की गई.
झारखंड पुलिस ने आरोपियों पर रखा है 50-50 हजार का इनाम
मुख्य आरोपी सोनू सोनी और मोनू सोनी के खिलाफ बिहार, झारखंड के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूट, डकैती, हत्या और हत्या की कोशिश जैसे कई गंभीर अपराध दर्ज हैं. वे काफी दिनों से फरार चल रहे थे. दोनों आरोपियों के खिलाफ झारखंड पुलिस ने 50-50 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया था.
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