Balodabazar: बीजेपी नेताओं की देर रात कथित शराब पार्टी से बवाल, रोकने पहुंचे थानेदार सहित कांस्टेबल सस्पेंड

CG News: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में एक बार फिर से बड़ा बवाल हो गया. पुलिस और भाजपा नेताओं के विवाद हुआ. इस मामले में थानेदार और दो आरक्षकों पर ही निलंबन की गाज गिर गई. 

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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में लॉ एंड ऑर्डर की एक बार फिर स्थिति बिगड़ गई. इस बार भाजपा नेताओं की कथित शराब पार्टी की वजह से थानेदार सहित दो आरक्षकों को सस्पेंड किया गया है. भाजपा के नेताओं पर आरोप है कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कार्यक्रम के बाद पलारी थाना के सामने बस स्टैंड में शराब पार्टी  कर रहे थे. अपनी गाड़ी में तेज साउंड में अश्लील गाने बजा रहे थे, जिनको रोकने के लिए पुलिस गई थी. इधर नेताओं ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके साथ पुलिस ने मारपीट की है. 

बस्तर तबादले की दे रहे थे धमकी

नगर पंचायत पलारी के अध्यक्ष यशवर्धन मोनू वर्मा और पलारी पुलिस के बीच विवाद का मामला सामने आया है. पलारी थाने के सामने बस स्टैंड में हुल्लड़ से परेशान लोगों की शिकायत पर पुलिसकर्मी लोगों को शांत कराने गए थे. आरोप है कि दारू पार्टी और अश्लील गाने को लेकर पुलिस कर्मियों और भाजपा नेता के बीच विवाद हो गया.

भाजपा नेता सरकार का धौंस दिखाते हुए बस्तर तबादला की धमकी देने लगे. इस दौरान विवाद बढ़ा और दोनों ही पक्षों में हाथापाई की स्थिति निर्मित हो गई. 

आरोप है कि जहां एक तरफ  पुलिसकर्मी वर्दी की गर्मी दिखाते दिखे, वहीं दूसरी ओर सत्ता का धौंस दिखाते हुए भाजपा नेताओं ने थाने का घेराव कर दिया.उच्च अधिकारियों को इस बात की जब जानकारी हुई तो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल थाने पहुंची.मामला देर रात तक चलता रहा.

इधर पुलिस कर्मियों की गलती की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी केशर पराग बंजारा और 2 आरक्षक राम मोहन राय और मनीष बंजारे को  सस्पेंड करते हुए उप पुलिस अधीक्षक राजेश श्रीवास्तव को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है.

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पुलिस की जांच शुरू 

पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने आदेश जारी कर  बलौदा बाजार-भाटापारा जिले के थाना पलारी में घटित मारपीट की घटना ओर गंभीर अनुशासनहीनता की शिकायत पर थाना पलारी में पदस्थ निरीक्षक केसर पराग बंजारा, आरक्षक क्रमांक 706 राममोहन राय और आरक्षक 564 मनीष बंजारे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रक्षित केन्द्र बलौदा बाजार सम्बद्ध किया गया है. निलंबन अवधि में अपचारी निरीक्षक और आरक्षकों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा. वहीं इस घटना की जांच के लिए राजेश श्रीवास्तव, उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) बलौदा बाजार को जांचकर्ता अधिकारी नियुक्त किया गया है.

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निलंबित थानेदार ने लगाए ये आरोप 

इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है. निलंबित निरीक्षक केशर पराग बंजारा ने कहा कि थाने के सामने शराब पीने से मना करने पर पुलिस के साथ मारपीट की गई है. आरक्षक मनीष बंजारे ने बताया कि जब वे नगर पंचायत अध्यक्ष को मना करने गए तो उनके साथ उन्होंने मारपीट की. 

BJP नेता ने कहा- पुलिस ने मारपीट की

इधर  नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन मोनू वर्मा ने कहा कि मैं नगर पंचायत में बैठता हूं और शाम को 8:30 बजे अपने घर के लिए निकलता हूं यह मेरी रूटीन दिनचर्या है. घटना के समय भी मैं नगर पंचायत से निकलकर गेट के सामने बैठा था, कार में गाना बज रहा था, तभी थाने से लोग आए हम कुछ समझ पाते और कार से उतरते इसके पहले पुलिस मारपीट करना शुरू कर दी.

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जनप्रतिनिधि होने के नाते हमारा हमेशा थाने को सहयोग रहा. पुलिस के शराब पीने के आरोप पर कहा कि हम जनप्रतिनिधि हैं ऐसा नहीं करते.

घटना के बाद थाने में भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ सनम जांगड़े के नेतृत्व में पहुंचे भाजपाइयों ने जमकर प्रदर्शन किया. कार्रवाई के बाद डॉ. सनम जांगड़े ने कहा कि यशवर्धन मोनू वर्मा नगर पंचायत पलारी के अध्यक्ष हैं, उनके दादा और दादी भी अध्यक्ष रहे है. बहुत प्रतिष्ठित परिवार के सदस्य हैं, वे शराब नहीं पीते हैं, पुलिस ने जबरदस्ती जाकर उनके साथ मारपीट की है.  घटना की जानकारी प्राप्त होते ही मैंने जाकर जानकारी ली. बिना कारण पुलिस ने मारपीट की. ़पुलिस प्रशासन को  जानकारी दी गई. जिस पर कार्रवाई हुई है. 

कांग्रेस ने भी लगाए आरोप 

वहीं इस पूरे मामले पर राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस जिला अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पलारी थाना के सामने भाजपा नेता शराब कर रहे थे, इसकी जानकारी मुझे मिली है. सरकार बनने के बाद से भाजपा के नेता ऐसी हरकत कर रहे हैं जो निंदनीय है. 

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