Baloda Bazar News: बारिश के (Monsoon 2024) मौसम (Rainy Season) में खाद्य (Food), पेयजल (Water) जनित बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए होटल (Hotel), रेस्टोरेंट (Restaurant) और फल भंडारों (Fruit Store) पर खाद्य विभाग (Food Department) ने औचक निरीक्षण किया. जांच पड़ताल में टीम ने जिला मुख्यालय के 8 दुकानों में अमानक खाद्य सामग्री, चिकन फ्राई (Chicken Fry ) में डस्ट पार्टिकल पाने पर नोटिस जारी करते हुए वहां से बरामद किए अमानक खाद्य सामग्रियों को मौके पर नष्ट भी किया.
जानिए क्या है पूरा मामला?
छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के मुख्यालय बलौदा बाजार खाद्य पदार्थों को बेचने वाले होटलों, रेस्टोरेंट में अमानक खाद्य पदार्थ बेचने की लगातार शिकायत हो रही थी. इस पर कलेक्टर (Collector Baloda Bazar) दीपक सोनी ने जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए थे. इस पर खाद्य विभाग की टीम शहर में जांच के लिए निकली.
टीम ने सभी खाद्य पदार्थों को तुरंत नष्ट कराया. इसी तरह विभिन्न फल भण्डारों में भी फलों की जांच की गई. जहां फलों को नियमानुसार पकाए जाने की हिदायत दी गई. खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश वर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सभी को खाद्य पदार्थों के सही रख-रखाव, पीने के पानी का साफ बर्तन में भण्डारण करने, खाद्य पदार्थ को मक्खी से बचाव के लिए ढ़क कर रखने, अखबार पेपर का उपयोग नहीं करने, तेल में तीन बार से अधिक नहीं तलने, एक्पाइयरी डेट वाले खाद्य पदार्थाें का उपयोग नहीं करने और साफ-सफाई रखने का निर्देश दिए गए.
रुको प्रोग्राम के तहत किया जा रहा है जागरूक
राज्य शासन के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल डेवलपमेंट अथॉरिटी के द्वारा उपयोग की गई हुई खाद्य तेलों की खरीदी के संबंध में जानकारी सभी दुकानदारों को दी गई. यह जानकारी रुको प्रोग्राम के तहत दी गई. बताया गया कि जला हुआ तेल प्रति किलोग्राम 27 रुपए की दर से बायोफ्यूल बनाने में उपयोग के लिए छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल डेवलपमेंट अथॉरिटी के द्वारा खरीदा जाता है. होटलों में जले हुए तेल को तीन बार तक उपयोग करने के बाद उपयोग किए तेल को छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल डेवलपमेंट अथॉरिटी को बेचा जा सकता है.
सीबीडीए क्या है?
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जैव ईंधन के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल विकास प्राधिकरण (सीबीडीए) की स्थापना की गई है. यह प्राधिकरण ऊर्जा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के अधीन है. सीबीडीए में राज्य स्तरीय जैव ऊर्जा अनुसंधान एवं गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशाला में जैव ईंधन के विभिन्न प्रकार जैसे कि जैव-डीजल, जैव-एथेनॉल, जैव-सीएनजी, जैव-जेट फ्यूल और एडवांस बायोफ्यूल के विषय में अनुसंधान किया जा रहा है. सीबीडीए को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय से वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संस्थान (SIRO) का मान्यता प्राप्त है.
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